Edited By Updated: 08 Dec, 2016 11:49 AM
आत्मरक्षा के लिए हथियारों को लोगों ने अपना स्टेटस सिंबल बना लिया है।
सुल्तानपुर लोधी(धीर): आत्मरक्षा के लिए हथियारों को लोगों ने अपना स्टेटस सिंबल बना लिया है। यह हथियार अब अपनी जान की रक्षा से अधिक लोगों के लिए जानलेवा बन चुके हैं।
विवाह शादियों व अन्य समारोहों में नौजवान पीढ़ी द्वारा इनका प्रयोग करना शौक बनता जा रहा है। ऐसे समारोहों में नाचने के दौरान किए जाने वाले हवाई फायर लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि हथियारों का लाइसैंस जारी करने दौरान ऐसा कोई सख्त मापदंड नहीं है। इस कारण महज 2 हजार रुपए की लाइसैंस फीस भरकर इसका लाइसैंस जारी करवा लेता है।
भटिंडा के मौड़ मंडी में विवाह समारोह में गोली चलने से घटित घटना में डांसर की मौत ने तो पूरे मैरिज पैलेसों में जहां दहशत पैदा कर दी वहीं आर्कैस्ट्रा, डी.जे. ग्रुप वालों के मन में डर पैदा हो गया है। इससे पहले 4 जुलाई को मोगा जिले के बुट्टर कलां में ऐसी घटना घटित हुई थी। 22 जून को होशियारपुर में विवाह समारोह दौरान चली गोली से दूल्हा व उसका एक साथी गंभीर घायल हो गए थे। इसके अतिरिक्त अमृतसर में भी एक 3 वर्षीय बच्ची की इसी प्रकार की घटना में मौत हो गई थी।
मौजूदा समय पंजाब में आर्म्ज एक्ट के तहत लाइसैंस जारी करवाने वाले लोगों का आंकड़ा 3 लाख पार कर चुका है। सबसे अधिक गुरदासपुर जिले में 36 हजार लोगों को हथियारों के लाइसैंस जारी किए हुए हैं जो पंजाब में हथियारों के लाइसैंस जारी करने में पहले स्थान पर आता है। भटिंडा इस काम में दूसरे स्थान, लुधियाना तीसरे व मोगा चौथे स्थान पर है।
हर वर्ष पंजाब में धड़ाधड़ हथियारों के लाइसैंस जारी किए जा रहे हैं जिसका मुख्य कारण राजनीतिक लीडरों की दखलअंदाजी है जिसने लाइसैंस लेने की प्रक्रिया को सरल बना दिया है।अब रिवाल्वर, पिस्तौल, दोनाली बंदूक आम लोगों के हाथों में आ रही हैं।