Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jun, 2018 01:54 AM
पुलिस स्टेशन तलवाड़ा के अधीन पड़ते गांव चंगड़वा के पास शाह नहर में से निकली ‘लैफ्ट बैंक कनाल’, जोकि तलवाड़ा से गांव चंगड़वा से होते हुए जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) को जाती है, में करीब 30-32 फुट दरार पड़ जाने से आस-पास के लोगों के खेतों में पानी...
हाजीपुर(जोशी, टंडन) : पुलिस स्टेशन तलवाड़ा के अधीन पड़ते गांव चंगड़वा के पास शाह नहर में से निकली ‘लैफ्ट बैंक कनाल’, जोकि तलवाड़ा से गांव चंगड़वा से होते हुए जिला कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) को जाती है, में करीब 30-32 फुट दरार पड़ जाने से आस-पास के लोगों के खेतों में पानी घुसने से उनकी धान की फसल खराब होने का समाचार है। जहां से नहर में दरार पड़ी है, उसके आसपास कोई रिहायश न होने के कारण जानी नुक्सान नहीं हुआ। घटना की सूचना मिलते ही एस.डी.एम. हरचरण सिंह के निर्देशों पर नायब तहसीलदार तलवाड़ा वरिंदर भाटिया अपने दल व तलवाड़ा पुलिस और नहरी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और तुरंत नहर को बंद करवा दिया गया।
किसानों का अब होगा भारी नुक्सान
हाजीपुर (जोशी) : गांव चंगढ़वा के पास से हिमाचल को जाने वाली नहर आज अपनी खस्ता हालत के कारण टूट जाने से जिन किसानों की जमीन नहर के पास थी उनका तो नुक्सान हुआ ही है लेकिन नहर के अचानक टूटने से जो किसान नहर के सहारे धान की खेती करते हैं, उनके चेहरे पर ङ्क्षचता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है क्योंकि उनकी फसल नहर का पानी न मिलने से सूख जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस नहर के सहारे हजारों एकड़ भूमि पर पंजाब और हिमाचल के किसान खेती कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। किसानों ने सरकार से टूटी नहर की अति शीघ्र रिपेयर करवाने की मांग की है।
नहर टूटने के कारणों की उच्च स्तरीय जांच हो : सुमित डढवाल
तलवाड़ा: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य सुमित डढवाल ने चंगड़वां क्षेत्र में शाह नहर लैफ्ट बैंक कैनाल टूटने की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग सरकार से की। उन्होंने कहा कि यह नहर पिछले लम्बे समय से बदहाल दशा में है। कैनाल में अनेक ऐसे स्थान हैं जहां इसके अस्तित्व को बनाए रखने हेतु इसे रेत से भरी बोरियों का सहारा दिया गया है। संबंधित विभाग से अनेक बार इसकी दशा सुधारने हेतु आग्रह किया गया, लेकिन न जाने क्यों कैनाल को एक न एक दिन टूटने पर रहने दिया गया। प्रदेश सरकार द्वारा कैनाल के टूटने के पीछे के कारणों को जानने हेतु एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन शीघ्र किया जाना चाहिए।