Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Mar, 2018 10:04 PM
पंजाब विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ( आप) को उस समय र्शिमंदगी का सामना करना पड़ा जब राज्य...
चंडीगढ: पंजाब विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ( आप) को उस समय र्शिमंदगी का सामना करना पड़ा जब राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान राज्य में मादक पदार्थों की समस्या पर पार्टी के शेष विधायकों के बहिर्गमन करने के बावजूद उसके दो विधायक सदन में ही बैठे रहे। विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा के नेतृत्व में सदन में मौजूद आप के16 में से 14 सदस्य तथा लोक इंसाफ पार्टी के दो विधायकों ने पंजाब विधानसभा में यहां बजट सत्र के पहले दिन सदन से बहिगर्मन किया।
खैहरा ने कहा कि पार्टी लाइन का पालन नहीं करने पर दोनों विधायकों कुलतार सिंह संधवां और अमरजीत सिंह संदोआ को कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा। यह घटना ऐसे समय हुई है जब मादक पदार्थ कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाने के लिए अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के माफी मांगने के बाद आप की पंजाब इकाई में संकट पैदा हो गया है।
पार्टी के पंजाब प्रमुख भगवंत मान और इसके सह अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने हाल में केजरीवाल की माफी के विरोध में अपने पदों से इस्तीफा दिया था। राज्य विधानसभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर ने जैसे ही मादक पदार्थ समस्या से निपटने में राज्य सरकार की उपलब्धि का जिक्र किया, खैहरा ने अपनी सीट से उठकर उनके बयानों को ‘‘ झूठ का पुलिंदा’’ बताया और उन्होंने पूर्व मंत्री मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आप के 14 विधायकों ने सदन से बहिगर्मन किया, जबकि संधवां और संदोआ पार्टी लाइन का उल्लंघन करते हुए सीट पर बैठे रहे।