Edited By Tania pathak,Updated: 26 Aug, 2020 05:05 PM
शहीद नायक कुलजिंद्र सिंह ने श्रीनगर में साल 2005 में देश की रक्षा करते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी थी। इसी तरह जिला संगरूर के गांव मटरां में सरकारी मॉडल स्कूल का नाम स्वतंत्रता सेनानी...
चंडीगढ़ (रमनजीत): पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने बताया कि राज्य के विभिन्न गांवों से संबंधित शहीदों और आजादी संग्रामियों को सम्मान देने और उनकी याद शाश्वत बनाए रखने के लिए शिक्षा विभाग ने 2 और सरकारी स्कूलों का नाम बदलने का फैसला किया है। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए इससे पहले भी विभिन्न जिलों के 8 सरकारी स्कूलों का नाम शहीदों के नाम पर रखा जा चुका है। मंत्री सिंगला ने बताया कि गुरदासपुर जिले के गांव वील्हा बज्जू में सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल का नाम शहीद नायक कुलजिंद्र सिंह सरकारी सीनियर सेकेंड्री स्कूल रखा जा रहा है।
शहीद नायक कुलजिंद्र सिंह ने श्रीनगर में साल 2005 में देश की रक्षा करते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी थी। इसी तरह जिला संगरूर के गांव मटरां में सरकारी मॉडल स्कूल का नाम स्वतंत्रता सेनानी स. हजूरा सिंह सरकारी मिडल स्कूल रखा गया है, जो सेवा सिंह ठीकरीवाला के नेतृत्व में प्रजा मंडल लहर के प्रमुख नेता थे। हजूरा सिंह ने किसान सभा का भी नेतृत्व किया और 2 बार डेढ़ साल और 2 साल की जेल काटी। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इसी तरह विभिन्न जिलों के 7 अन्य स्कूलों का नाम शहीदों के नाम पर रखा गया, जिनमें पंजाब के 4 बहादुर सपूत शामिल हैं, जिन्होंने गलवान घाटी में चीनी फौज के साथ निहत्थे लड़ते हुए अपनी जान कुर्बान की। इन स्कूलों में शहीद सिपाही गुरविंदर सिंह सरकारी हाई स्कूल तोलावाल (संगरूर), शहीद नायब सूबेदार मनदीप सिंह सरकारी प्राइमरी स्कूल सील (पटियाला), शहीद नायब सूबेदार सतनाम सिंह सरकारी मिडल स्कूल भोजराज (गुरदासपुर) और शहीद गुरतेज सिंह सरकारी मिडल स्कूल बीरेवाल डोगरा (मानसा) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 3 और स्कूल शहीद मङ्क्षनद्र सिंह अत्तरी सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल (लड़के) दीनानगर (गुरदासपुर), शहीद जैमल सिंह सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल घलोटी (मोगा) और शहीद सुखजिंद्र सिंह सरकारी हाई स्कूल गंडीविंड धत्तल (तरनतारन) शामिल हैं।