Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 09:40 AM
रेल मंत्री सुरेश प्रभु के नेतृत्व में भारतीय रेलवे कायाकल्प के दौर से गुजर रहा है। रेल मंत्रालय आगामी वर्षों में 40000 नए सर्वसुविधायुक्त कोच ट्रेनों में जोडऩे की योजना बना चुका है। रेलवे नए प्लान के तहत ए.सी. कोच में टॉयलेट में बड़े बदलाव करने जा...
जालंधर(गुलशन) : रेल मंत्री सुरेश प्रभु के नेतृत्व में भारतीय रेलवे कायाकल्प के दौर से गुजर रहा है। रेल मंत्रालय आगामी वर्षों में 40000 नए सर्वसुविधायुक्त कोच ट्रेनों में जोडऩे की योजना बना चुका है। रेलवे नए प्लान के तहत ए.सी. कोच में टॉयलेट में बड़े बदलाव करने जा रहा है। जानकारी के मुताबिक नए कोच में अलग तरह का टॉयलेट सिस्टम लगने जा रहा है। ट्रेनों के ए.सी.-1 और ए.सी.-2 कोच में अलग-अलग वॉश रूम होंगे जिनमें नहाने के लिए मौसम के मुताबिक गर्म या ठंडा पानी मिलेगा।
पायलट प्रोजैक्ट में बनेंगे 100 कोच
नए कोच का डिजाइन रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आर.डी.एस.ओ.) में तैयार किया जा रहा है। रेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक पायलट प्रोजैक्ट के तहत पहले 100 कोच भोपाल के निशातपुरा की रेल कोच फैक्टरी में बनेंगे। इस योजना का मकसद है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में सफ र करने वाले यात्री पूरी तरह तैयार होकर बाहर निकलें और अपने काम पर जा सकें।
रशियन स्टील का होगा इस्तेमाल
सूत्रों के मुताबिक यूरिनल विद टॉयलेट वैस्टर्न होंगे। इनकी आऊटर वॉल रशियन स्टील से बनी होगी। रशियन स्टील काफी पतला होने के साथ-साथ मजबूत होगा। यह जगह भी कम घेरेगा जिससे वॉश रूम भी पास में ही बनाए जा सकेंगे।
सैपरेट वॉश रूम के सुझाव पर रेलवे ने दिखाई गंभीरता
प्रोजैक्ट के तहत ए.सी.-2 और ए.सी.-1 कोच में अलग-अलग वॉश रूम दिए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक रेलवे मिनिस्टर्स की कॉन्फ्रैंस में कुछ अधिकारियों ने इस तरह के सैपरेट वॉश रूम का सुझाव दिया था। इसके बाद आर.डी.एस.ओ. से बात कर ऐसे कोच का डिजाइन तैयार करवाया जा रहा है। यदि सब कुछ तय शैड्यूल के मुताबिक चला तो इस साल के आखिर तक ऐसे कोच कुछ ट्रेनों में लगा दिए जाएंगे।