Edited By Updated: 15 Dec, 2016 10:57 AM
फाजिल्का में 12 अध्यापकों सहित 13 मौतों के उपरांत भी धुंध से हादसों का दौर जारी है।
सुल्तानपुर लोधी/कपूरथला(धीर, गुरविन्द्र कौर): फाजिल्का में 12 अध्यापकों सहित 13 मौतों के उपरांत भी धुंध से हादसों का दौर जारी है। गत रात्रि जालंधर में घटित हादसे में 3 दोस्तों की मौत ने ट्रैफिक सुरक्षा पर सवाल उठा दिया है।घनी धुंध का प्रकोप लगातार जारी रहने से सड़क व रेल यातायात काफी प्रभावित हुआ है। इसके अलावा अधिकतर ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रिफ्लैक्टर व चमकदार पट्टी न लगी होना दुर्घटना का सबब बनता है। मुख्य मार्ग पर वाहन खराब होने की स्थिति में धुंध में पीछे से आ रहे वाहनों को बिना रिफ्लैक्टर के खड़े वाहन से टकराने का डर बना रहता है।ह्यूमन राइट्स के सोनू बूसोवाल, अमनदीप राजा व तेजिन्द्र सोढी आदि ने कहा कि वाहन चालक अपने ऑटो व बसों में अधिक बच्चों को न बिठाएं क्योंकि अगर ऑटो के बाहर बच्चे लटके होंगे तो वे किसी भी समय हादसों का शिकार हो सकते हैं। डेंजर जोन में स्कूलों के मालिकों व प्रबंधकों को बच्चों की सुरक्षा की तरफ खास ध्यान देना चाहिए। घनी धुंध का रेल यातायात पर भी प्रकोप जारी है। मुख्य स्टेशन मास्टर सुल्तानपुर लोधी नरेश बहल ने बताया कि धुंध कारण गत 1 सप्ताह से गाडियों का देरी से आने व जाने का काम लगातार जारी है।