Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 01:18 PM
नगर निगम में विभिन्न प्रकार के घोटालों की सुगबुगाहट के दौरान सार्वजनिक शौचालयों को लेकर एक नया घोटाला सामने आया है।
भटिंडा(परमिंद्र): नगर निगम में विभिन्न प्रकार के घोटालों की सुगबुगाहट के दौरान सार्वजनिक शौचालयों को लेकर एक नया घोटाला सामने आया है। इसके तहत शहर में बने सार्वजनिक शौचालयों की देख-रेख करने वाली कंपनी को लाभ पहुंचाया गया, जिसमें निगम मुलाजिमों की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। उक्त घोटाले में उन शौचालयों की पेमैंट भी ठेकेदारों (कंपनी) को कर दी गई, जो कहीं मौजूद ही नहीं हैं। यही नहीं जो शौचालय मैंटेनैंस के लिए बंद पड़े हैं, उनके रखरखाव की राशि भी लगातार जारी की जा रही है। इसके साथ ही खस्ताहाल शौचालय, जहां पर किसी मुलाजिम की तैनाती नहीं है, उनका पैसा भी ठेकेदारों को दिया जा रहा है। उक्त खुलासा भटिंडा निवासी मदन लाल व संजीव गोयल द्वारा आर.टी.आई. के तहत नगर निगम से ली गई जानकारी में हुआ है। इसमें पता चला है कि बंद पड़े शौचालयों तथा बिना मुलाजिमों के चल रहे शौचालयों के भी कंपनी पैसे वसूल रही है जिससे निगम को नुक्सान पहुंच रहा है।
निगम को लगाया जा रहा लाखों का चूना
नगर निगम द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार महानगर में 29 शौचालय दर्शाए गए हैं, जिनके रखरखाव तथा वहां पर काम करने वाले मुलाजिमों की पेमैंट संबंधित कंपनी को की जा रही है लेकिन जांच करने पर पाया गया कि मॉडल टाऊन फेस-2 के नाम उक्त सूची में दर्ज हैं लेकिन वहां पर कोई शौचालय मौजूद ही नहीं है। यही नहीं अमरीक सिंह रोड पर स्थित मधुबन गली में भी एक शौचालय दिखाया गया है लेकिन वहां पर भी कोई शौचालय नहीं है। उक्त तीनों शौचालय मौजूद ही नहीं हैं लेकिन इनकी प्रतिमाह हजारों रुपए की पेमैंट कंपनी को की जा रही है। रोज गार्डन के नजदीक स्थित शौचालय लंबे समय से बंद पड़ा है लेकिन उसकी पेमैंट भी ठेकेदार ले रहा है। इसके साथ बस स्टैंड के नजदीक मॉडल टाऊन फेस-1 व कुछ अन्य जगहों पर शौचालयों की रैनोवेशन चल रही है, जिस कारण शौचालय लंबे समय से बंद हैं लेकिन फिर भी ठेकेदार को लगातार पेमैंट की जा रही है। कुछ शौचालयों की हालत इतनी खस्ता है कि उनका कोई प्रयोग भी नहीं कर पाता लेकिन कंपनी उनके पैसे भी वसूल रही है। ऐसे में नगर निगम को प्रति माह लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।