Edited By Updated: 27 Mar, 2017 12:19 PM
नहरी विभाग की ओर से माननीय हाईकोर्ट के आदेशों पर लक्खी कालोनी में रजबाहे को खोदने का मामला गर्मा गया है।
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): नहरी विभाग की ओर से माननीय हाईकोर्ट के आदेशों पर लक्खी कालोनी में रजबाहे को खोदने का मामला गर्मा गया है। लक्खी कालोनी वासियों ने नहरी विभाग के अधिकारियों पर कालोनी वासियों को तंग-परेशान करने का कथित तौर पर आरोप लगाया है। सुरिन्द्र मोहन व राज महिन्द्र ने बताया कि 6 मार्च को नहरी विभाग के अधिकारियों ने लक्खी कालोनी में रजबाहे की मिट्टी खोदनी शुरू कर दी।
क्या कहना है अधिकारियों का
अधिकारियों का कहना है कि वह हाईकार्ट के निर्देशों से रजबाहे को खोद रहे हैं। रजबाहा खोदे हुए 20 दिन हो चुके हैं अभी तक वहां से मिट्टी भी नहीं उठाई गई। चारों ओर कालोनी में गंदगी फैली हुई है। मिट्टी व गंदगी उड़कर लोगों के घरों में जा रही है। बदबू के कारण हमारा यहां रहना भी मुश्किल हो गया है। कालोनी में भयानक बीमारियां फैलने का डर भी बना हुआ है परंतु अभी तक नहरी विभाग ने यहां से गंदगी नहीं उठवाई जिससे यह सिद्ध होता है कि नहरी विभाग के अधिकारी कथित तौर पर कालोनी वासियों को तंग-परेशान कर रहे हैं।
रजबाहे वाले स्थान पर तो DC बरनाला की बन गई है रिहायश
लक्खी कालोनी वासी यादविन्द्र सिंह शंटी ने बातचीत करते हुए कहा कि गत 20 वर्षों से रजबाहे में पानी नहीं आ रहा। रजबाहे वाले स्थान पर डी.सी. बरनाला की रिहायश बन गई है। यदि नहरी विभाग ने रजबाहा खोदने का कार्य शुरू करना था तो वह पहले खेतों में से रजबाहे की मिट्टी खोदनी शुरू करता। माननीय हाईकोर्ट ने तो रजबाहे में पानी छोडऩे के निर्देश दिए हैं परंतु रजबाहे वाले स्थान पर कई कालोनियां भी कट चुकी हैं व लोगों ने उस पर अपने घर भी बना लिए हैं। फिर किस प्रकार रजबाहे में पानी आएगा। लगभग दो माह से शहर के बीच में से गुजरते रजबाहे में खड़ा पानी बदबू फैला रहा है, वहीं मच्छर-मक्खियों व लोगों की ओर से अपने घरों का कूड़ा-कर्कट फैंकने के कारण कोई भी बीमारी फैल सकती है। इस रजबाहे के बिल्कुल नजदीक लगभग 10 मंदिर व गुरुद्वारा साहिब हैं जिसमें मेन महावीर मंदिर, चोबर मंदिर, माता शीतला का मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर, पंचवटी मंदिर व अन्य कई मंदिर व गुरुद्वारा साहिब हैं रोजाना लोग मंदिर-गुरुद्वारे में माथा टेकने आते हैं व पास ही रजबाहे में खड़े गंदे पानी के कारण लोग अपना मुंह ढककर वहां से गुजरते हैं।
क्या कहना है सुखजीत सिंह का
इरीगेशन विभाग के एस.डी.ओ. सुखजीत सिंह ने कहा कि इस रजबाहे का बेनड़ा गांव के पास कार्य चल रहा है उसको कहा कि थोड़ा सा पानी यदि कोटला ब्रांच की बबनपुर नहर से छोड़ा जाए तो रजबाहे का गंदा पानी साफ हो सकता है तो उसने कहा कि आज ही 27 से 15 अप्रैल तक ब्रांच में भी पानी की बंदी आ गई है नहीं तो वह पानी छुड़वा देते।