Edited By Updated: 29 Apr, 2017 02:15 AM
पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद नियुक्त किए जाने वाले 20 संसदीय स...
जालंधर(धवन): पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद नियुक्त किए जाने वाले 20 संसदीय सचिवों में मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा युवा विधायकों को मौका दिया जाएगा। राज्य विधानसभा के बजट सत्र के दौरान संसदीय सचिवों की नियुक्तियां करने संबंधी कांग्रेस सरकार द्वारा बिल पास करवाया जा सकता है।
कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा युवा विधायकों को संसदीय सचिव नियुक्त कर उन्हें प्रशासन चलाने का अनुभव दिया जाएगा। विधानसभा चुनाव में इस बार कई युवा विधायक जिनकी आयु 45 से 50 के बीच में है, कांग्रेस टिकट पर निर्वाचित होकर आए हैं। इनमें से कई विधायक ऐसे भी हैं, जो पहली बार चुने गए हैं। उन्हें सीधे तौर पर मंत्री पद तो दिया नहीं जा सकता परंतु संसदीय सचिव बनाकर उन्हें सरकार के साथ जोड़ा अवश्य जा सकता है तथा इसी रणनीति पर कै. अमरेन्द्र सिंह चल रहे हैं।
पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के शासनकाल में भी मुख्य संसदीय सचिवों तथा संसदीय सचिवों की नियुक्तियां की गई थी परंतु बाद में हाईकोर्ट में मामला जाने पर हाईकोर्ट ने इन नियुक्तियों को पूर्व सरकार के अंतिम चरण में रद्द कर दिया था, इसीलिए नई कांग्रेस सरकार के गठन के समय संसदीय सचिवों की नियुक्तियां नहीं की गई हैं। मुख्यमंत्री ने संसदीय सचिवों की नियुक्तियों के संबंध में राज्य के एडवोकेट जनरल से राय ले ली है, जिन्होंने कहा है कि सरकार या तो अध्यादेश लाकर संसदीय सचिवों की नियुक्तियां कर सकती है या फिर विधानसभा में बिल पास करवा कर यह नियुक्तियां की जा सकती हैं।