Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jul, 2017 10:10 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की फतेहगढ़ साहिब में हुई कार्यकारिणी की बैठक में एस.जी.पी.सी. के चीफ सचिव हरचरण सिंह बैंस ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया।
फतेहगढ़ साहिब (जगदेव): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की फतेहगढ़ साहिब में हुई कार्यकारिणी की बैठक में एस.जी.पी.सी. के चीफ सचिव हरचरण सिंह बैंस ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया। कमेटी ने उनका त्याग पत्र मंजूर कर लिया है। इसके अलावा तख्त श्री दमदमा साहिब में जो सेवादार संदिग्ध हालात में पकड़े गए थे, उनको सर्विस से हटा दिया गया है। वहीं कार्यकारिणी कमेटी ने शिक्षण संस्थानों के अस्थायी डायरैक्टोरेट को भंग कर नए सिरे से कानून अनुसार गठन करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिरोमणि कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि तख्त श्री दमदमा साहिब में अश्लील हरकत करने वाले मुअत्तिल मुलाजिमों को सर्विस से हटा दिया गया है। इसके अलावा जिन मुलाजिमों ने पुलिस थाने में जाकर उनकी सहायता की उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें मुअत्तिल कर दिया गया। एक वायरल हुई वीडियो में शराब पीते शिरोमणि कमेटी के 2 मुलाजिमों को भी नौकरी से हटा दिया गया। कार्यकारिणी कमेटी द्वारा लिए गए अन्य फैसलों बारे प्रो. बडूंगर ने कहा कि अंबाला में हरजीत सिंह को बस से उतार कर मारपीट करने, पातड़ां की अमृतधारी लड़की संदीप कौर से एक थानेदार द्वारा गाली-गलौच करने और जीरकपुर में सिख ड्राइवर को बस से उतारकर मारपीट की घटनाओं की सख्त निंदा की गई है। बलदेव सिंह सड़कनामा की पुस्तक में महाराजा रणजीत सिंह के इतिहास बारे गलत टिप्पणी करने की मिली रिपोर्ट को दुखदायी बताते हुए उन्होंने कहा कि इस पुस्तक को देखने के लिए एक 3 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पर्यावरण की शुद्धता के लिए शिरोमणि कमेटी द्वारा किए जा रहे प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए सुल्तानपुर लोधी में एक नर्सरी तैयार की जाएगी। गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समॢपत शिरोमणि कमेटी द्वारा चलाई गई वातावरण संभाल लहर को लोक लहर के तौर पर स्थापित करने में कोई कसर नही छोड़ी जाएगी। धर्मी फौजियों की पहुंची मांगों पर विचार करने के लिए बनाई गई सब कमेटी की रिपोर्ट को मंजूर कर लिया गया है। शिरोमणि कमेटी द्वारा जहां धर्मी फौजियों की एक यादगार स्थापित की जाएगी वहीं जिन धर्मी फौजियों को अभी तक 50,000 रुपए की सहायता नहीं मिल सकी उनको भी सहायता दी जाएगी। 1965 के युद्ध के दौरान पंजाब की रक्षा के लिए डटने वाले सिख जनरल हरबख्श सिंह के सत्कार के तौर पर 9 सितम्बर को उनके गांव आसल उताड़ खेमकरण में एक विशाल गुरमति समारोह करवाया जाएगा। श्री गुरु नानक देव जी के रबाबी नूर के आगे शीश झुकाने वाले राय बुलार जी की तस्वीर भी केंद्रीय सिख अजायब घर में लगाने का फैसला किया गया है। जून 1984 में हरिमंदिर साहिब पर किए गए फौजी हमले संबंधी उन्होंने कहा कि इस मामले बारे ब्रिटेन सरकार की भूमिका के सच को सामने लाया जाना चाहिए।