मार्च माह में गर्मी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, तापमान में वृद्धि से जनजीवन बेहाल

Edited By Updated: 29 Mar, 2017 08:39 AM

summer season

गर्मियों के मौसम की दस्तक के साथ ही तापमान में लगातार हो रही वृद्धि के कारण जनजीवन बेहाल है।

अबोहर/जलालाबाद(भारद्वाज,गुलशन): गर्मियों के मौसम की दस्तक के साथ ही तापमान में लगातार हो रही वृद्धि के कारण जनजीवन बेहाल है। अभी से ही लोगों को दोपहर के समय घरों में कैद होने को विवश कर दिया है जिससे बाजारों में मंदी होने के कारण व्यवसाय प्रभावित हुआ है। इस वर्ष मार्च माह में ही गर्मी के प्रकोप ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। अबोहर में अधिकतम तापमान 38 डिग्री तो जलालाबाद में 36 डिग्री पर पहुंचा : अबोहर में हालत यह है कि जहां अधिकतम तापमान जहां 38 डिग्री रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा जलालाबाद में तापमान 36 डिग्री पर जा पहुंचा है।

मानसून के कमजोर रहने की भी हो चुकी है भविष्यवाणी 
गौरतलब है कि केन्द्रीय मौसम विभाग पहले ही इस वर्ष न केवल भयंकर गर्मी पडऩे बल्कि मानसून के कमजोर रहने की भी भविष्यवाणी कर चुका है जिससे लोग पहले ही चिंतित थे, लेकिन यह अंदाजा नहीं था कि अप्रैल माह में ही गर्मी का पारा 38 डिग्री तक पहुंच जाएगा। उधर, मार्च माह में गर्मी के इस तांडव से आमजन बुरी तरह से परेशान हो गया है। हालत यह है कि लोग अभी से ही पसीने में तरबतर हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि मार्च में गर्मी का यह हाल है तो जून-जुलाई में तो आसमान से आग ही बरसेगी। 

राजस्थान का सरहदी क्षेत्र होने से अबोहर में पड़ता है ज्यादा असर
गौरतलब है कि अबोहर राजस्थान का सरहदी क्षेत्र है तथा राजस्थान की सीमा कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित होने से यहां के निवासियों को पंजाब के कई इलाकों से ज्यादा गर्मी के प्रकोप व धूल भरी आंधियों का सामना करना पड़ता है। दूसरी बड़ी मुसीबत यह भी है कि अबोहर के गांव नहरी पानी के मामले में भी टेल पर होने की वजह से पिछड़े हुए हैं जिसकी वजह से अधिकतर गांवों को कृषि हेतु पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता लेकिन अब अप्रैल माह में ही भयंकर गर्मी के इस नजारे ने किसानों की चिंता और बढ़ा दी है क्योंकि ऐसे में फसलों को ज्यादा पानी की जरूरत होती है। 

गर्मी के कारण पेयजल की मांग भी बढ़ी
गर्मी बढऩे के साथ ही पेयजल की मांग भी बढ़ गई है। शहर के आर.ओ. प्लांटों पर स्वच्छ पानी के लिए दिन भर लंबी लाइनें लगी देखी जा सकती हैं। इसके अलावा गर्मी से त्रस्त बेसहारा पशुओं को भी पीने के लिए पानी नही मिल पा रहा है। 

फसलों पर पड़ेगा बुरा असर
किसानों ने बताया कि इस जबरदस्त गर्मी से गेहूं का झाड़ कम होगा क्योंकि मौसम ठंडा न होने के कारण गेहूं का दूध और नहीं बढ़ेगा तथा गर्मी की वजह से वह वहीं पर सूख जाएगा, जिसके कारण गेहूं का दाना मोटा नहीं होगा और गेहूं का झाड़ भी कम रहेगा। 

क्या कहना है मौसम विभाग का
मौसम विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार गर्म इलाकों से पंजाब में आ रही हवाओं के कारण राज्य का तापमान लगातार बढ़ रहा है। फिलहाल अभी अगले 3-4 दिनों तक मौसम में गर्मी बने रहने की संभावना है, जबकि अप्रैल के पहले हफ्ते में तापमान में कमी दर्ज की जाएगी। जहां तक मानसून का सवाल है अप्रैल में सक्रिय होने वाले मानसून के बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। 

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