Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Nov, 2017 01:57 AM
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा है कि अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने बुजुर्ग बादल की बांह मरोड़कर उनके विरुद्ध बयान को बदलवाया है। पहले दिन जहां पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मीडिया के समक्ष माना था कि...
चंडीगढ़(शर्मा): पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा है कि अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने बुजुर्ग बादल की बांह मरोड़कर उनके विरुद्ध बयान को बदलवाया है।
पहले दिन जहां पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मीडिया के समक्ष माना था कि सिर्फ सम्मन जारी होना गुनाह साबित नहीं करता वहीं दूसरे दिन उन पर दबाव डालकर बयान बदलवाया गया। खैहरा मंगलवार को अपने निवास पर स्त्री अकाली दल द्वारा धरना देने के प्रयास पर पत्रकारों से प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने धरना प्रदर्शन की अगुवाई कर रही पूर्व मंत्री शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की पूर्व प्रधान जागीर कौर के बारे में कहा कि उन पर तो ‘सौ मन चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’ लोकोक्ति पूरी तरह चरितार्थ होती है।
5 वर्ष की सजायाफ्ता जागीर कौर के मुंह से नैतिकता की बात सुनना भी पाप है। अकाली-भाजपा द्वारा उनके त्यागपत्र की मांग को लेकर बुधवार को राज्यपाल से प्रस्तावित मुलाकात के संबंध में पूछे जाने पर खैहरा ने कहा कि उनसे कहो राज्यपाल तो क्या, राष्ट्रपति से मिलकर मांग कर लें। खैहरा न तो इन दलों जो हमेशा नैतिकता के मामले में दोहरे मापदंड अपनाते रहे हैं, से नैतिकता का पाठ पढ़ेगा और न ही इनकी मांग पर त्याग पत्र देगा, जिसको जो करना है कर ले।
लुधियाना में हुए अग्रिकांड पर खैहरा ने मांग की कि इस हादसे में मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख मुआवजा दिया जाए एवं घायलों का नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि मामले में सिर्फ फैक्टरी मालिक के विरुद्ध ही नहीं बल्कि उन सभी अधिकारियों के विरुद्ध भी एफ.आई.आर. दर्ज होनी चाहिए जिनकी कोताही से यह हादसा हुआ।