Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jul, 2017 04:58 PM
गत एक माह के दौरान पंजाब भर में 41 किसानों-मजदूरों ने कर्ज से परेशान होकर खुदकुशी कर ली। मालवा पट्टी के विभिन्न जिलों में सबसे अधिक
भटिंडा (परमिंद्र): गत एक माह के दौरान पंजाब भर में 41 किसानों-मजदूरों ने कर्ज से परेशान होकर खुदकुशी कर ली। मालवा पट्टी के विभिन्न जिलों में सबसे अधिक खुदकुशियां रिकार्ड की गई हैं व उक्त अवधि के दौरान मालवा में कर्ज के बोझ तले दबे 32 किसानों ने मौत को गले लगा लिया। मालवा के जिले मानसा तथा भटिंडा खुदकुशियों के मामले में शिखर पर रहे। 19 जून से 18 जुलाई के दौरान मानसा के 8 तथा भटिंडा के 6 किसानों ने खुदकुशियां कीं। इसके अलावा संगरूर में 4 तथा बरनाला में 3 किसानों ने कर्ज से दुखी होकर खुदकुशी का रास्ता अख्तियार किया। उक्त 41 लोगों में 38 किसान तथा 3 खेत मजदूर शामिल हैं।
एक ही दिन 6 खुदकुशियां
बेशक पंजाब सरकार की ओर से छोटे किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ करने का ऐलान किया गया है लेकिन इसके बावजूद खुदकुशियां रुकने का नाम नहीं ले रहीं। पंजाब में 13 जुलाई को एक ही दिन 6 किसानों ने खुदकुशी कर ली। यही नहीं 25 व 30 जून तथा 11, 13, 16 व 18 जुलाई को पंजाब के विभिन्न जिलों से संबंधित 3-3 किसानों ने एक ही दिन कर्ज के कारण खुदकुशी का रास्ता अपनाया। युवा किसानों ने भी बड़े स्तर पर खुदकुशियां शुरू कर दी हैं व उक्त 41 किसानों में से अधिकांश की उम्र 26 से 40 साल के बीच थी। अधिकांश किसानों ने कीटनाशक निगल कर जान दी जबकि कुछ किसानों ने फंदा लगाकर, रेलगाड़ी तले कटकर तथा नहर में कूदकर भी खुदकुशी की।
खुदकुशियों को लेकर हाईकोर्ट सख्त
पंजाब में किसानों-मजदूरों द्वारा लगातार की जा रही खुदकुशियों को लेकर माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है। हाईकोर्ट ने एक जनहित यचिका पर सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार को खुदकुशियों के मामले में नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट की डिवीजन बैंच की ओर से 2015 में भी सरकार को खुदकुशियों के मामले में उचित कदम उठाने के आदेश दिए गए थे लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। अब फिर से हाईकोर्ट की डिवीजन बैंच ने सरकार को 25 जुलाई के लिए नोटिस जारी करके जवाब तलबी की है। उक्त याचिका 2015 के आदेशों को लागू करवाने के लिए दायर की गई थी।