Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 03:04 PM
‘स्मार्ट सिटी मिशन’ के तहत विरासत संवारने बारे बनाई गई योजना की शुरूआत घंटाघर से की जाएगी, जिस संबंधी रिपोर्ट तैयार करने की हरी झंडी कंसल्टैंट कम्पनी को दे दी गई है। इस संबंधी ‘पंजाब केसरी’ ने पहले ही अपने पाठकों को अवगत करवा दिया था कि लखनऊ व आगरा...
लुधियाना (हितेश): ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ के तहत विरासत संवारने बारे बनाई गई योजना की शुरूआत घंटाघर से की जाएगी, जिस संबंधी रिपोर्ट तैयार करने की हरी झंडी कंसल्टैंट कम्पनी को दे दी गई है। इस संबंधी ‘पंजाब केसरी’ ने पहले ही अपने पाठकों को अवगत करवा दिया था कि लखनऊ व आगरा में विरासत संभालने का काम कर रही कम्पनी आई कॉम्स ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत लुधियाना को अडॉप्ट करने की पेशकश की है।कम्पनी के प्रतिनिधियों ने अब तक किए हुए अपने कामों को लेकर वीरवार को नगर निगम अफसरों के सामने प्रैजैंटेशन दी, जिसमें बताया गया कि कैसे पुराने स्ट्रक्चर को तोड़े बिना किसी ऐतिहासिक धरोधर को चार-चांद लगाए जा सकते हैं। कम्पनी द्वारा सुझाए गए विकल्पों में से घंटाघर से शुरूआत करने की सहमति बनी, जिसे लाइटिंग के जरिए आकर्षक बनाने के प्रस्ताव पर मुख्य रूप से चर्चा हुई है।
लोधी किले के अलावा मुगल सराय भी प्रस्ताव में शामिल
कम्पनी ने सबसे पहले लोधी के पुराने किले को हाथ में लेने की पेशकश की थी क्योंकि 14वीं सदी में बने इस किले की पहचान लुधियाना के नाम के साथ जुड़ी हुई है। लेकिन वह जगह अब कब्जों की चपेट में आने सहित खंडहर का रूप धारण करने लगी है। जहां लाइट एंड साऊंड शो करके उसे पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है। यही योजना दोराहा के नजदीक स्थित मुगल सराय को लेकर बनाने का सुझाव भी कम्पनी ने निगम को दिया है।
टूरिस्ट प्लेस के रूप में डिवैल्प होंगे टाइगर सफारी व डियर पार्क
कम्पनी ने जालंधर बाईपास स्थित टाइगर सफारी व नीलों नहर के साथ बने डियर पार्क को स्मार्ट सिटी का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया है, जिसे टूरिस्ट प्लेस के रूप में डिवैल्प किया जा सकता है।