Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jul, 2017 09:36 AM
जैसा कि लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा अकाली-भाजपा सरकार के समय अनिल जोशी से प्रमोशन हासिल करने वाले अफसरों को
लुधियाना (हितेश): जैसा कि लोकल बॉडीज मंत्री नवजोत सिद्धू द्वारा अकाली-भाजपा सरकार के समय अनिल जोशी से प्रमोशन हासिल करने वाले अफसरों को रिवर्ट करने का एक्शन जारी है। वहीं, इस मुहिम में प्रभावित हो रहे अफसरों द्वारा भी सिद्धू के फैसलों को चैलेंज करने का सिलसिला तेज हो गया है। इसके तहत एक्स.ई.एन. से वापस एस.डी.ओ. बनाए गए इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के अफसरों ने हाईकोर्ट में केस कर दिया है। जिस पर मंगलवार को सुनवाई होने की सूचना है।
यहां बताना उचित होगा कि पिछली सरकार के समय विकास कार्यों में पारदॢशता यकीनी बनाने व मोनीटरिंग के लिए स्टाफ की कमी को आधार बनाकर 4 साल तक काम कर चुके इम्प्रूवमैंट ट्रस्टों के एस.डी.ओज को अस्थायी तौर पर एक्स.ई.एन. बनाया गया था। जिनको रिवर्ट करने बारे लोकल बॉडीज विभाग क ी ज्वाइंट सैक्रेटरी के हवाले से 5 जुलाई को जारी आदेशों में साफ किया गया है कि पिछली सरकार के समय तरक्की देते समय डिपार्टमैंट प्रमोशन कमेटी से मंजूरी लेने की लाजमी प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया। जिससे कई अयोग्य अफसर भी फायदा लेने में कामयाब हो गए।
उनके द्वारा दी गई ऑप्शन से साफ होता है कि इस तरह तरक्की करने बारे कोई रूल्स ही नहीं है। इसके अलावा रोस्टर प्वाइंट चैक न करने के कारण वैल्फेयर डिर्पाटमैंट के नियमों की अनदेखी हुई है और टैंपरेरी सीनियोरिटी लिस्ट के मुताबिक तरक्की देना वैसे ही गलत है। इस कारण अनियमितताओं के दायरे में आते प्रमोशन संबंधी जनवरी में जारी आदेशों को मौजूदा मंत्री की मंजूरी के साथ रद्द करने का फैसला किया गया। इससे प्रभावित होने वाले कई इंजीनियरों ने सिद्धू के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में केस कर दिया है। इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होने की सूचना है।