Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 10:10 AM
अनेक टी.वी. चैनलों पर चल रहे टी.वी. सीरियल विवादों के घेरे में हैं और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के कारण कई टी.वी.
अमृतसर(कक्कड़): अनेक टी.वी. चैनलों पर चल रहे टी.वी. सीरियल विवादों के घेरे में हैं और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के कारण कई टी.वी. सीरियल बंद करने की मांग भी उठती रही है। इतना ही नहीं, कुछ ऐसे टी.वी. सीरियल भी हैं, जिनको इस के चलते लंबे समय तक विवादों का सामना करना पड़ा है। इस क्रम में 2-3 दिन से टी.वी. सीरियल ‘तारक मेहता का उलटा चश्मा’ भी विवादों के घेरे में आ गया है तथा सिख समुदाय द्वारा इस सीरियल को बंद करने की मांग की जा रही है।
जानकारी के अनुसार इस सीरियल के कुछ दिन पहले चल रहे गणपति पूजा उत्सव का प्रसारण किया जा रहा था। एक किश्त में गणपति पूजा के दौरान एक मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें उक्त टी.वी. सीरियल के सभी मुख्य कलाकारों तारक मेहता, जेठा लाल, सोढी, पोपट लाल, चाचा चंपक, भिड़े मास्टर, अईपर के अलावा अंजलि, कोमल, बबीता, दया भाभी के साथ अन्य कलाकारों तथा तब्बू सेना ने अलग-अलग वेशभूषा में वाहवाही लूटी, लेकिन इसी मंच पर रोशन सिंह सोढी ने जब अपनी भूमिका को उजागर किया तो वह सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह के रूप में नजर आए। सोढी की इस भूमिका पर सिख समुदाय में भारी रोष है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति गुरु के जीवित स्वरूप को धारण नहीं कर सकता है।
इस के लिए ‘तारक मेहता का उलटा चश्मा’ के निर्देशक को दोषी ठहराया जा रहा है, जिन्होंने इसे बिना सैंसर किए ही प्रसारित कर सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इस संबंधी ननकाना साहिब सिख यात्री जत्थे के प्रधान स्वर्ण सिंह गिल ने कहा कि ‘तारक मेहता का उलटा चश्मा’ सीरियल के उक्त एपिसोड में सिख भावनाओं को पहुंची ठेस अति निंदनीय है। सीरियल के डायरैक्टर को श्री अकाल तख्त साहिब में आकर लिखित माफी मांगनी चाहिए। इस बात का ध्यान रखा जाए कि अन्य सीरियल में भी किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।