Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Aug, 2017 12:56 PM
डेरा सिरसा के प्रमुख के खिलाफ सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के बाद जिला मैजिस्ट्रेट फिरोजपुर द्वारा जिला फिरोजपुर में लगाए गए कफ्र्यू
फिरोजपुर(कुमार): डेरा सिरसा के प्रमुख के खिलाफ सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के बाद जिला मैजिस्ट्रेट फिरोजपुर द्वारा जिला फिरोजपुर में लगाए गए कफ्र्यू संबंधी लोगों को ठीक तरीके से सूचना नहीं मिल सकी और कफ्र्यू के लगने, कफ्र्यू में छूट मिलने और कफ्र्यू के खत्म होने संबंधी लोगों को फोन करके बार-बार जानकारी हासिल करनी पड़ी। जिले के लोगों का मानना है कि ऐसी एमरजैंसी परिस्थितियों में जिला फिरोजपुर प्रशासन को सरकार और प्रशासन की मदद से चलाए जा रहे सिविल डिफैंस की मदद लेनी चाहिए थी।
सिविल डिफैंस कर्फ्यू संबंधी सायरन के माध्यम से देता है जानकारी
फिरोजपुर के एन.जी.ओ. और सेवामुक्त बैंक अधिकारी सुदेश वर्मा ने बताया कि नगर कौंसिल फिरोजपुर शहर में सिविल डिफैंस कार्यालय है और नगर कौंसिल दफ्तर, देव समाज कालेज के होस्टल और जिला परिषद में 3 सायरन लगाए गए हैं जिनका मैनुअल कंट्रोल सिविल डिफैंस के कार्यालय और डिप्टी कमिश्नर की रिहायश पर या दफ्तर में होता है। उन्होंने बताया कि डिप्टी कमिश्नर सिविल डिफैंस का चेयरमैन होता है और उनके आदेशों पर सिविल डिफैंस सायरन बजाकर लोगों को कफ्र्यू के लगने, छूट देने और कफ्र्यू उठाने संबंधी जानकारी देता है जिससे लोगों, प्रशासन और पुलिस में तालमेल बना रहता है। सुदेश वर्मा ने कहा कि सिविल डिफैंस की गतिविधियों को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोडऩे के लिए सिविल डिफैंस द्वारा बी.एस.एन.एल. की सेवाएं लेने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं जो लम्बे समय से कागजों तक ही सीमित रह गए हैं।