Edited By Tania pathak,Updated: 12 May, 2020 03:42 PM
मरीज़ों को सोशल डिस्टैंस रखने, मास्क पहनने और बार -बार हाथ धोने की सलाह दी। उन कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति में बुख़ार, खांसी, थकावट, गले की समस्या आदि के लक्षण दिखते हैं...
नवांशहर (त्रिपाठी): नवांशहर में स्थित सरकारी स्कूल में आज डॉक्टरों की टीम ने एकांतवास में रखे 14 व्यक्तियों के सैंपल ले कर जांच के लिए लैबोट्री में भेजे हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए बीईई तरसेम लाल ने बताया कि नवांशहर के सरकारी स्कूल में क्वारंटाइन किए गए 14 लोगों के सैंपल डा.गुरपाल कटारिया, रुपिन्दर सिंह माईक्रो बायओलोजिस्ट नीरज कुमार, बलवीर राम, मितलेश कुमार और एमएलटी जगतार राम की टीम की तरफ से लिए गए है। डा.गुरपाल ने बताया कि इस उपरांत जाडला में भी सैंपल लिए जाएंगे। उन इस मौके मरीज़ों को सोशल डिस्टैंस रखने, मास्क पहनने और बार -बार हाथ धोने की सलाह दी। उन कहा कि यदि किसी भी व्यक्ति में बुख़ार, खांसी, थकावट, गले की समस्या आदि के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत ज़िला अस्पताल के साथ संपर्क किया जाये।
सोशल डिस्टैंस रख कर ही किया जा सकता है कोरोना को खत्म
सिविल सर्जन डा.राजिन्दर प्रसाद भाटिया के दिशा निर्देशों और ज़िला ऐपीडिमालोजिस्ट डा.जगदीप और सीनियर मैडीकल अफ़सर डा.हरविन्दर सिंह के नेतृत्व में सेहत विभाग की अलग -अलग टीमों की से तरफ से प्रवासी के घर -घर जा कर उन सेहतमंद रहने संबंधित जागरूक किया गया। सेहत टीम के प्रमोद कुमार कंप्यूटर टीचर और तरसेम लाल ने बताया कि ज़िला प्रशासन की तरफ से कोविड -19 के अंतर्गत कुआरंटाईन किये गए प्रवासी भारतियों को एकांतवास किया के नियमों की पूरी तरह पालना और किसी भी विपरीत हालात में सेहत प्रशासन के साथ संपर्क करन के लिए कहा गया। प्रमोद कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस एक अदृश्य वायरस है, जिसका अजय तक कोई इलाज नहीं है। इस वायरस से बचने का केवल एक विधि सामाजिक दूरी बनाऐ रखना है।