Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Sep, 2017 03:49 PM
मार्कीट कमेटी सब्जी मंडी के फड़ी संचालकों से लाखों रुपए किराए के रूप में वसूलने के बाद भी सुविधाएं देने में जीरो साबित हो रही है।
भटिंडा(सुखविंद्र): मार्कीट कमेटी सब्जी मंडी के फड़ी संचालकों से लाखों रुपए किराए के रूप में वसूलने के बाद भी सुविधाएं देने में जीरो साबित हो रही है। सुविधाओं की कमी होने के कारण रिटेल में सब्जियां बेचने वाले फड़ी संचालक गंदगी के ढेर पर सब्जियां बेचने के लिए मजबूर हैं। किराया वसूलने के लिए योजना अकाली सरकार द्वारा ही शुरू की गई थी और फड़ी संचालकों को सुविधाएं प्रदान करवाने का आश्वासन दिया गया था कि उनकी सरकार द्वारा बिजली, पानी, सड़कें आदि सुविधा दी जाएंगी, परन्तु अभी तक फड़ी संचालक उक्त सुविधाओं के लिए उच्चाधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। अब हालात यह हैं कि बारिश के दिनों में रिटेल सब्जी मंडी की हालत बद से बदतर हो जाती है। इसके अलावा बाकी की कसर मार्कीट कमेटी द्वारा सब्जी मंडी लगाए गए कूड़े के ढेरों द्वारा पूरी कर दी जाती है, जो फड़ी संचालकों के नजदीक इकट्ठा किया जाता है।
2012 में हुई थी पर्ची काटने की शुरूआत
फड़ी संचालकों की पर्ची काटने की शुरूआत 2012 में पूर्व अकाली विधायक स्वरूप चंद सिंगला द्वारा की गई थी। सिंगला द्वारा फड़ी संचालकों को आश्वासन दिया गया था कि उनसे किराया लेने के बदले मार्कीट कमेटी द्वारा बिजली, पानी आदि सुविधाएं दी जाएंगी, परन्तु इसके बाद न तो अकाली सरकार द्वारा और न ही मार्कीट कमेटी द्वारा सुविधाएं प्रदान की गईं।
लाखों रुपए कमा रहा विभाग
रिटेल मंडी में लगभग 195 के करीब फडिय़ां बनी हुई हैं। मार्कीट कमेटी द्वारा एक फड़ी संचालक से 750 रुपए प्रति माह किराया वसूला जा रहा है। उक्त पॢचयों के हिसाब से मार्कीट क मेटी द्वारा फडिय़ों से लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं। गत वर्षों दौरान विभाग फड़ी संचालकों से लाखों रुपए किराए के रूप में कमा चुका है, परन्तु विभाग द्वारा किराया वसूलने के बाद भी कोई सुविधा नहीं दी जा रही, जिस कारण फड़ी संचालकों में विभाग प्रति रोष पाया जा रहा है।