Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 09:32 AM
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के रविंद्र गोसाईं हत्याकांड को 9 दिन बीत चुके हैं, परंतु पुलिस अभी तक कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है। अपने स्तर पर अलग-अलग एजैंसियां अपने-अपने ढंग से इस मामले में जांच कर रही हैं जिसमें कुछ अनसुलझे पहलु भी सामने आए हैं,...
लुधियाना(महेश): राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के रविंद्र गोसाईं हत्याकांड को 9 दिन बीत चुके हैं, परंतु पुलिस अभी तक कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है। अपने स्तर पर अलग-अलग एजैंसियां अपने-अपने ढंग से इस मामले में जांच कर रही हैं जिसमें कुछ अनसुलझे पहलु भी सामने आए हैं, जो पुलिस के लिए मददगार साबित हो।
पुलिस ने यह पता लगा लिया है कि जिस मोटरसाइकिल पर वारदात को अंजाम दिया गया है, वह टोल प्लाजा से शहर के भीतर ही था। यहां यह जाहिर है कि हत्यारे ने वारदात को अंजाम देने से पहले अपना वाहन बदला लिया। वारदात के बाद सी.सी.टी.वी. फुटेज में दोपहिया वाहन चालक की डिटेल में से शायद पुलिस के लिए कोई कारगार क्लू मिल जाए। पुलिस को यह भी पता चला है कि वारदात को अंजाम देने के कुछ घंटे पहले ही हत्यारे शहर में एंटर हुए थे। काऊंटर इंटैलीजैंस के अधिकारियों ने आज टोल प्लाजा सहित अन्य प्वाइंटों की सी.सी.टी.वी. फुटेज भी चैक की है।
दूसरा हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल वारदात को अंजाम देने से 8 दिन पहले मिल्लरगंज इलाके से चोरी हुआ था। इतने दिन मोटरसाइकिल कहां और किसके पास खड़ा रहा और किसने उसे हत्यारों तक पहुंचाया। इसके अलावा यह बात भी जिक्र करने योग्य है कि पंजाब में इस प्रकार की जितनी भी हत्याएं हुईं, वह हाईवे अथवा शहर की मुख्य सड़कों के 300 और 500 मीटर की दायरे में हुईं, जहां से जल्द से जल्द शहर सेबाहर निकला जा सके। अमित शर्मा का कत्ल माता रानी मंदिर के पास किया गया, जहां से 2 हाईवे बहुत ही निकट है।
इसी प्रकार पादरी सुल्तान मसीह का मर्डर जिस जगह पर हुआ उससे भी हाईवे कुछ ही दूरी पर है और रविंद्र गोसाईं मर्डर केस में भी जालंधर-लुधियाना हाईवे कुछ ही दूरी पर है। संभव है कि जांच एजैंसियां इस बात को भी लेकर चल रही हैं जो अन्य शहर में घटनाएं अथवा सीरियल विस्फोट हुए हैं, कहीं वही थ्यूरी यहां इस्तेमाल तो न की गई हो। पुलिस द्वारा कुछ लोगों को राऊंडअप किए जाने की खबर है, जिनका संबंध रविंद्र गोसाईं की कॉल डिटेल से हो सकता है।