Edited By Updated: 19 Mar, 2017 06:58 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों की गाडिय़ों पर से लालबत्ती हटा ली गयी है क्योंकि अमरिंदर सिंह सरकार ने सरकारी...
चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों की गाडिय़ों पर से लालबत्ती हटा ली गयी है क्योंकि अमरिंदर सिंह सरकार ने सरकारी वाहनों पर उसके उपयोग पर रोक लगाने का फैसला किया है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कांगे्रस सरकार द्वारा इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने का निर्णय करने के शीघ्र बाद अधिसूचना का इंतजार किए बगैर ही मुख्यमंत्री एवं मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों की गाडिय़ों से लालबत्ती हटा ली गई है। इसके अलावा, अमरिंदर सिंह मंत्रिमंडल ने कांग्रेस के विधानसभा चुनाव घोषणापत्र के अनुसार वीआईपी संस्कृति छोडऩे के सरकार के कदम के तहत दो सालों तक मंत्रियों की विदेश यात्राओं, सरकारी खर्च पर स्वागत समारोहों के आयोजन पर रोक लगाने का भी फैसला किया गया ।
प्रवक्ता ने बताया कि घोषणापत्र के अनुसार मुख्यमंत्री एवं कैबिनेट मंत्रियों को छूट दी गयी है कि लेकिन उन्होंने अपने आप को इस फैसले के दायरे में लाने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि यह कदम चर्चा का विषय रही कि वीआईपी संस्कृति की व्यवस्था को स्वच्छ बनाने के सरकार के प्रयास के तहत उठाया गया है क्योंकि वीआईपी संस्कृति से सालों से सरकारी खजाने से धन का अपव्यय होता है। राज्य सरकार को पिछली शिअद-भाजपा सरकार से विरासत में रिणग्रस्तता मिली है। अमरिंदर सिह मंत्रिमंडल ने कल 120 निर्णय लिए थे।