Edited By Updated: 24 Feb, 2017 09:06 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से पूरे देश में 8 नवम्बर को लागू की गई नोटबंदी दौरान उन धन-कुबेरों पर इंकम टैक्स विभाग ने छापेमारी शुरु कर दी है जिन्होंने अपने बैंक खातों में करोड़ों रुपए जमा करवाए हैं।
अमृतसर (नीरज): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से पूरे देश में 8 नवम्बर को लागू की गई नोटबंदी दौरान उन धन-कुबेरों पर इंकम टैक्स विभाग ने छापेमारी शुरु कर दी है जिन्होंने अपने बैंक खातों में करोड़ों रुपए जमा करवाए हैं। दिल्ली हैडक्वार्टर की तरफ से उन बैंक खाताधारकों को मैसेज भेजकर व ई-मेल के जरिए इंकम का सोर्स पूछा जा रहा है और जो व्यक्ति अपना इंकम सोर्स नहीं बताता है उस पर लोकल कमिश्नरेट की तरफ से कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में रणजीत एवेन्यू व बटाला रोड स्थित 2 कारोबारियों ने अघोषित 65 लाख रुपए की राशि सरैंडर की है। रणजीत एवेन्यू स्थित प्रतिष्ठान ने 40 लाख रुपए जबकि बटाला रोड स्थित प्रतिष्ठान ने 25 लाख रुपए सरैंडर किए जिसको विभाग ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में शामिल कर लिया है। वहीं वीरवार को भी प्रिंसीपल कमिश्नर आई.आर.एस. गिल की अगुवाई में ज्वाइंट कमिश्र उमेश चन्द्रा की टीम ने एक लकड़ी व्यापारी व एक ऑटोमोबाइल डीलर के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की है और इन प्रतिष्ठानों के मालिकों से इंकम के सोर्स बारे पूछा जा रहा है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार इन प्रतिष्ठानों से भी विभाग को एक बड़ी अघोषित आय पकड़े जाने की पूरी उम्मीद है। इसके अलावा आने वाले दिनों में भी दर्जनों व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर इसी प्रकार की कार्रवाई होने जा रही है जिन्होंने इंकम टैक्स विभाग की तरफ से मोबाइल व ई-मेल पर डाले गए संदेशों का सही जवाब नहीं दिया है। हालांकि विभाग ने करदाताओं की सुविधा के लिए सीधे मैसेज भेजने की प्रक्रिया इसलिए शुरु की है ताकि करदाताओं को इंकम टैक्स दफ्तरों के धक्के न खाने पड़ें। अधिकारियों के अनुसार जो व्यक्ति अपने मैसेज का सही जवाब दे देता है, विभाग उस पर कोई कार्रवाई नहीं करता है।
करोड़ों का सोना बेचने व खरीदने वाले भी जल्द आएंगे शिकंजे में
नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपए का ब्लैक में सोना बेचने व खरीदने वाले लोग भी जल्द ही इंकम टैक्स विभाग के शिकंजे में आ सकते हैं क्योंकि विभाग की तरफ से उन ज्वैलर्स की जांच-पड़ताल की जा रही है जिनकी दुकानें नोटबंदी के दौरान रात-भर खुली रहीं और जिन्होंने जमकर काले धन के एवज में सोना बेचा।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ उठाएं करदाता
नोटबंदी के दौरान काले धन के मालिकों को वित्त मंत्रालय की तरफ से एक और मौका दिया गया है। काले धन के मालिक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में शामिल होकर जहां गरीबों की प्रत्यक्ष रूप से मदद कर सकते हैं वहीं इंकम टैक्स विभाग की सख्त कार्रवाइयों से भी बच सकते हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लगभग 50 प्रतिशत टैक्स अदा करके इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है। इससे पहले इंकम टैक्स विभाग की तरफ से आई.डी.एस. चलाई गई थी।