Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 08:56 AM
आई.एस.आई. मार्का चैक करने वाले सरकारी विभाग ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड के अधिकारियों ने बिजली के सामान की होलसेल व परचून मार्कीट फगवाड़ा गेट क्षेत्र में छापेमारी करके कुछ.........
जालंधर (खुराना): आई.एस.आई. मार्का चैक करने वाले सरकारी विभाग ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड के अधिकारियों ने बिजली के सामान की होलसेल व परचून मार्कीट फगवाड़ा गेट क्षेत्र में छापेमारी करके कुछ दुकानदारों के यहां आई.एस.आई. मार्क लगे सामान की जांच करनी शुरू की जिससे पूरी मार्कीट में हड़कम्प मच गया।
इस छापेमारी को लेकर फगवाड़ा गेट क्षेत्र की दोनों एसोसिएशनें सक्रिय हो गईं और उन्होंने छापामारी करने आए अधिकारियों से तर्क-वितर्क करते हुए कहा कि व्यापारी पहले ही नोटबंदी और जी.एस.टी. के कारण मंदी का दौर झेल रहे हैं। सरकार ने बिजली के सामान पर 28 प्रतिशत जी.एस.टी. लगा दिया है जिस कारण बाजार से ग्राहक गायब है। व्यापार 25 प्रतिशत रह गया है।
एसोसिएशन के प्रधानों अमित सहगल और भरत काकडिय़ा का कहना था कि बिजली सामान के व्यापारी फैक्टरियों और बड़ी कम्पनियों से आई.एस. आई. लगा व दूसरे मार्क वाला सामान खरीदते हैं। दुकानदार को नहीं पता होता कि कौन-सा आई.एस.आई. मार्क सही और कौन-सा गलत इसलिए अगर सरकारी विभागों ने जांच करनी है तो उन्हें फैक्टरियों या बड़ी कम्पनियों के यहां जाना चाहिए।
एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों सुरेश गुप्ता, संजीव तलवाड़, टी.एस. बेदी, संजीव पुसरी, सोनू मल्होत्रा, कुक्कू मिड्डा, विशाल सेतिया, गगन छाबड़ा, बलदेव मेहता व अरुण देव मेहता आदि ने कहा कि बी.आई.एस. विभाग को आई.एस.आई. मार्क हेतु जागरूकता कैम्प लगाने चाहिएं ताकि दुकानदारों को असली और नकली मार्क की पहचान हो सके। एसोसिएशनों के तर्क के बाद अधिकारी वापस चले गए और उन्होंने दुकानदारों के साथ इस मामले में बैठकें करने की बात मान ली है।