Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Oct, 2017 07:20 AM
2019 लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान देने की कवायद तेज होती नजर आ रही है। अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी इसी महीने की जा सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी 31 अक्तूबर तक कांग्रेस के राष्ट्रीय ................
जालंधर(रविंदर शर्मा): 2019 लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान देने की कवायद तेज होती नजर आ रही है। अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी इसी महीने की जा सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी 31 अक्तूबर तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चार्ज संभाल सकते हैं। पार्टी में ताजपोशी की प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि मुल्लापल्ली रामचंद्रन के नेतृत्व में पार्टी चुनाव कमेटी पूरे कार्यक्रम की योजना फाइनल कर रही है। इसके लिए स्टेट रिटॄनग अधिकारी जल्द से जल्द डैलीगेट्स की लिस्ट जारी कर देंगे जिसके बाद राज्य डैलीगेट्स द्वारा प्रस्ताव पास कर प्रदेश अध्यक्ष को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का अधिकार दिए जाने की संभावना है।
पंजाब की सुस्त चाल बिगाड़ रही है समीकरण
पार्टी के सीनियर नेताओं की मानें तो कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनावी तारीख का ऐलान जल्द ही किया जा सकता है। पार्टी में 15-20 अक्तूबर के बीच चुनाव तिथि की घोषणा करने की योजना है, मगर सबसे बड़ी दिक्कत कुछ राज्यों की सुस्त चाल है। पंजाब समेत कई ऐसे राज्य हैं, जहां अभी तक जिला स्तर पर भी संगठन चुनावों की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। पंजाब की बात करें तो अभी तक किसी भी जिले के प्रधान का चुनाव नहीं हो सका है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि सभी नेता गुरदासपुर उपचुनाव में व्यस्त हैं। ऐसे में 11 अक्तूबर के बाद से ही जिला व राज्य स्तर पर अध्यक्ष का चुनाव होना तय है। कुछ अन्य राज्य भी पंजाब जैसी सुस्त चाल चल रहे हैं।
नए अंदाज में नजर आ रहे हैं राहुल गांधी
इसी सप्ताह राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख सचिन पायलट ने कहा था कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा था कि दीवाली के कुछ समय बाद राहुल यह जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। हाल ही में राहुल गांधी अमरीका दौरे पर गए थे, वहां उन्होंने मोदी सरकार की जमकर आलोचना की थी। इसके बाद वह गुजरात के दौरे पर भी गए, जहां वह न सिर्फ मंदिर गए बल्कि माथे पर टीका लगाकर लोगों को संबोधित भी किया।
राहुल गांधी की इस भूमिका को भी उनके नए अंदाज और तेवर के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ पार्टी के अंदर से भी यह मांग उठ रही है कि 2019 का लोकसभा चुनाव राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा जाए। ऐसे में कांग्रेस इस साल दिसम्बर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राहुल की ताजपोशी कर पूरी ताकत के साथ चुनावी रण में उतरना चाहती है।