Edited By Updated: 24 Apr, 2017 01:56 PM
पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए यूनिवर्सिटी के फालतू खर्चों में भारी कटौतियां करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके अंतर्गत सबसे पहले यूनिवर्सिटी
पटियाला (जोसन,राजेश, प्रतिभा): पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए यूनिवर्सिटी के फालतू खर्चों में भारी कटौतियां करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके अंतर्गत सबसे पहले यूनिवर्सिटी की कारों और जीपों की संख्या में कटौती करने का फैसला किया गया है। वित्तीय सुधारों बारे उठाएगए इन कदमों बारे उच्च शिक्षा विभाग के सचिव और यूनिवर्सिटी के कार्यकारी उप-कुलपति अनुराग वर्मा ने बताया कि इस समय पर पंजाबी यूनिवर्सिटी वित्तीय संकट में से गुजर रही है जिस कारण कर्मचारियों का वेतन और पैंशन की अदायगी के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा बैंकों से ओवर ड्राफ्ट लेना पड़ रहा है।
वर्मा ने बताया कि उनके ध्यान में आया है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी में 33 कारों/जीपों का प्रयोग किया जा रहा है जबकि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी सिर्फ 6 कारों/जीपों के साथ काम चला रही है। उन्होंने बताया कि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पास लगभग 100 करोड़ की एफ.डी. है जबकि पंजाबी यूनिवर्सिटी का इस समय पर 57 करोड़ का ओवर ड्राफ्ट है। वर्मा ने बताया कि उप-कुलपति के पास 2 गाडिय़ां मौजूद हैं जो कि उनके द्वारा इस्तेमाल नहीं की जा रही हैं। उन्होंने कहा जब तक रैगुलर वाइस चांसलर नियुक्त नहीं हो जाते तब तक वह इन गाडिय़ों का इस्तेमाल नहीं करेंगे और यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने भी कह दिया है कि वह यूनिवर्सिटी की गाड़ी का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
उप-कुलपति ने बताया कि गाड़ी का प्रयोग तभी किया जाएगा जब किसी अध्यापक/अधिकारी द्वारा यूनिवर्सिटी से बाहर किसी सरकारी दौरे पर जाना होगा। अध्यापक/ अधिकारी जरूरत के अनुसार इसके लिए रजिस्ट्रार से मंजूरी लेकर कॉमनपूल से गाड़ी प्राप्त कर सकेंगे। गाड़ी के यूनिवर्सिटी से बाहर जाने और आने के समय यूनिवर्सिटी गेट पर प्रविष्टि की जाएगी। उप-कुलपति द्वारा जारी आदेशों के अनुसार किसी भी हालत में कोई सरकारी गाड़ी किसी निजी काम के लिए नहीं इस्तेमाल की जाएगी। यदि किसी भी अधिकारी द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।