Edited By swetha,Updated: 04 Apr, 2019 12:27 PM
पंजाब के यूथ विंग को इस बात का मान हासिल है कि उसमें से निकले 6 नौजवान चेहरे पहले अपनी-अपनी पाॢटयों में रहकर यूथ विंग के प्रधान बने और फिर देश की सबसे बड़ी पाॢलयामैंट लोकसभा के सदस्य चुने गए।
लुधियाना (स.ह.):पंजाब के यूथ विंग को इस बात का मान हासिल है कि उसमें से निकले 6 नौजवान चेहरे पहले अपनी-अपनी पार्टियों में रहकर यूथ विंग के प्रधान बने और फिर देश की सबसे बड़ी पार्लियामैं लोकसभा के सदस्य चुने गए।
1985 के नजदीक पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान प्रताप सिंह बाजवा बाद में गुरदासपुर से एम.पी. बने। इसी तरह शिअद यूथ विंग के प्रधान अमरीक सिंह आलीवाल पहले प्रधान बने फिर लुधियाना से संसद पहुंचे। इसी तरह शरणजीत सिंह ढिल्लों शिरोमणि अकाली दल यूथ विंग के प्रधान और फिर लुधियाना से सांसद चुने गए।
इसी तरह विजय इंद्र सिंगला पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान और फिर संगरूर से एम.पी. बने। इसके अलावा रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान, श्री आनंदपुर साहिब फिर लुधियाना से एम.पी. चुने गए।इसके साथ-साथ पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के बने सांसद पवन बांसल को भी यह मान हासिल है कि वह पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान रहे हैं। ये नेता आजकल अपनी-अपनी पाॢटयों में बड़ी कतार में देखे जा रहे हैं। एक समय ऐसा भी आया कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी यूथ विंग के राष्ट्रीय प्रधान मनीष तिवारी लुधियाना से एम.पी. बने और मनमोहन सरकार में मंत्री पद हासिल करने में सफल हुए।