Edited By Sunita sarangal,Updated: 18 Dec, 2019 02:03 PM
पंजाब सरकार चाहे फंड की कमी के कारण मुलाजिमों को समय पर वेतन देने में असमर्थ है परन्तु सांसदों और विधायकों के लिए 20 लग्जरी गाड़ियां खरीदने की तैयारी कर ली गई है।
चण्डीगढ़: पंजाब सरकार चाहे फंड की कमी के कारण मुलाजिमों को समय पर वेतन देने में असमर्थ है परन्तु सांसदों और विधायकों के लिए 20 लग्जरी गाड़ियां खरीदने की तैयारी कर ली गई है। ये प्रस्ताव वित्तीय विभाग के पास पहुंच चुका है। विभाग की मोहर लगने के बाद कांग्रेस अपने सांसदों और कुछ विधायकों की पुरानी गाड़ियां बदल देगी।
विधायक भी लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि मौजूदा गाड़ियां 10 साल से अधिक पुरानी हो चुकी हैं। विधायक कई बार वित्तीय मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के पास भी यह मांग रख चुके हैं। अभी यह तय नहीं है कि यह गाड़ियां कौन सी होंगी परंतु आम तौर पर विधायकों को टोयोटा इनोवा गाड़ियां ही दी जातीं हैं, जिनकी कीमत 15 से 23 लाख के बीच है। पंजाब सरकार की वित्तीय हालत इन दिनों ठीक नहीं है। इस बार कर्मचारियों को सैलरी देने का संकट भी खड़ा हो गया था। जी.एस.टी. के 2228 करोड़ मिलने के बाद ही अगले महीने सैलरी समय पर मिलने की उम्मीद है।
रिपेयर के लिए हर साल 55 हजार की लिमिट
वित्तीय विभाग ने विधायकों की गाड़ियों की रिपेयर के लिए लिमिट फिक्स कर दी है। गाड़ी रिपेयर के लिए साल में 55 हजार मिलते हैं। इसमें टायर बदलना भी शामिल है। दूसरी ओर अगर गाड़ी हादसे का शिकार हो जाए तो उसका खर्च भी विधायक को अपनी जेब में से देना पड़ता है। सरकारी गाड़ी का इंश्योरेंस होने की सूरत में तय सीमा 55 हजार रुपए में ही गाड़ी की रिपेयर करवानी होती है।