बिजली रेटों में वृद्धि के खिलाफ कैप्टन सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम

Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 12:48 PM

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सरकार द्वारा बिजली के रेटों में वृद्धि के मुद्दे पर लामबंद होते हुए पंजाब के प्रमुख 40 उद्योग संगठनों ने कैप्टन सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम जारी करते हुए बढ़ी हुई दरों को वापस लेने और टू-पार्ट टैरिफ खत्म करने की मांग की है। अगर सरकार ने उद्योगों की...

लुधियाना(बहल): सरकार द्वारा बिजली के रेटों में वृद्धि के मुद्दे पर लामबंद होते हुए पंजाब के प्रमुख 40 उद्योग संगठनों ने कैप्टन सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम जारी करते हुए बढ़ी हुई दरों को वापस लेने और टू-पार्ट टैरिफ खत्म करने की मांग की है। अगर सरकार ने उद्योगों की बिजली संबंधी समस्या को नजरअंदाज किया तो 21 दिसम्बर से लुधियाना के विश्वकर्मा चौक पर क्रमवार भूख हड़ताल और रोष धरना शुरू किया जाएगा। यह घोषणा आज आल इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड फोरम आफ पंजाब की ओर से प्रैस कांफ्रैंस करते हुए कारोबारियों ने कहा कि कैप्टन सरकार ने सत्ता पाने के लिए चुनावी मैनीफैस्टो में 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने समेत कई वायदे किए और अब वायदों से पीछे हटकर पंजाब की इंडस्ट्री से धोखा किया जा रहा है। मीटिंग में सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए उद्योगपतियों ने कहा कि सरकार के किसी भी विधायक, मंत्री यां सांसद का कारोबारियों द्वारा वैल्कम नहीं किया जाएगा और सरकार की चलाई गई स्कीमों में भी कारोबारी न तो सहयोग करेंगे और न ही शामिल होंगे। 


भूख हड़ताल में रोजाना 5 संगठनों के नुमाइंदे होंगे शामिल
आल इंडस्ट्री एंड ट्रेड फोरम आफ पंजाब की मीटिंग में लिए फैसले के मुताबिक बिजली के रेटों में वृद्धि के फैसले को वापस न लेने तक सरकार के खिलाफ रोजाना 5 सगठनों के नुमाइंदे क्रमवार भूख हडताल करेंगे। विश्वकर्मा चौक पर 21 दिसम्बर से शुरू होने वाले धरने में यू.सी.पी.एस. के प्रधान इन्द्रजीत नवयुग, नार्थ इंडिया इंडक्शन फर्नेस संघ के प्रधान के.के. गर्ग, फोपसिया के प्रधान बदीश जिंदल, मंडी गोङ्क्षबदगढ़ फर्नेस संघ के प्रधान मङ्क्षहद्र गुप्ता और मशीन टूल संघ के प्रधान कुलवंत सिंह भूख हड़ताल पर बैठेंगे। 


टू-पार्ट टैरिफ और रैट्रोस्पैक्टिव बिजली रेटों के उद्योगों पर प्रभाव
बिजली रैगुलेटरी कमीशन द्वारा पावरकॉम के घाटे की आपूर्ति के लिए बिजली के रेटों में 9.&& प्रतिशत की औसतन वृद्धि का भुगतान 1 अप्रैल 2017 से करने के फरमान से पंजाब की स्टील इंडक्शन फर्नेसों को करीब 125 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ेगा। मंडी गोङ्क्षबदगढ़ फर्नेस संघ के प्रधान के.के. गर्ग, महासचिव देव गुप्ता, कोषाध्यक्ष अमरजीत हैप्पी ने कहा कि बिजली फर्नेस इंडस्ट्री की मुख्य खुराक है और सरकार के उदासीन रवैए के कारण पिछले कुछ वर्षों में पहले ही 50 प्रतिशत फर्नेसों और रोङ्क्षलग मिलों को ताले लग चुके हैं। सरकार द्वारा टू-पार्ट टैरिफ 1 जनवरी से लागू करने के फरमान से बड़े बिजली खपतकारों को 295 रुपए फिक्स चाॢजस अदा करने के अलावा 5.98 प्रति के.वी.ए. का भुगतान करना पड़ेगा। यू.सी.पी.एम.ए. के प्रधान इन्द्रजीत नवयुग, अवतार भोगल, बदीश जिंदल, कुलवंत सिंह, विनोद कुमार, चैम्बर के प्रधान उपकार सिंह आहूजा, जगबीर सोखी ने कहा कि पंजाब में टू-पार्ट टैरिफ लागू होने और रोजाना 8 से 12 घंटे तक चलने वाली इंडस्ट्री को बिजली रेट 10 रुपए प्रति यूनिट अदा करने से यह उद्योग बंद हो जाएंगे। 

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