Edited By Vatika,Updated: 05 Feb, 2025 12:30 PM
पंजाब के किसानों को लेकर नए चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
चंडीगढ़: कर्ज में पूरी तरह डूब चुके पंजाब के किसानों को लेकर नए चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। पंजाब के किसानों पर कर्ज का बोझ रिकॉर्ड तोड़ चुका है। इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में RBI की एक रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है।
यह रिपोर्ट किसानों और व्यापारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी बैंकों से किसानों को दिए जाने वाले ऋण के बारे में है। इसके अनुसार पंजाब के 38.37 लाख किसान कर्ज के बोझ तले दबे हैं। उन पर विभिन्न बैंकों का 1.04 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। खराब वित्तीय स्थिति के कारण किसान इस ऋण को चुकाने में असमर्थ हैं। 23.28 लाख किसानों पर व्यापारिक बैंकों का 85,460 करोड़ रुपए का कर्ज है, जबकि 11.94 लाख किसानों पर सहकारी बैंकों का 10,021 करोड़ रुपए का कर्ज है। इसी तरह 3.15 लाख किसानों पर ग्रामीण बैंकों का 8,583 करोड़ रुपए का कर्ज है, जिसे चुकाने में किसानों को काफी परेशानी हो रही है।
केंद्र से कोई राहत नहीं
किसानों पर कर्ज का बोझ कम करना केंद्र और राज्य सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। केंद्र सरकार ने बजट में किसानों के लिए कर्ज माफी को लेकर कोई विशेष राहत नहीं दी। अब किसानों को उम्मीद है कि पंजाब के बजट से शायद उनका बोझ कुछ कम हो जाएगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य, कर्ज माफी और अन्य मांगों को लेकर पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन को एक साल पूरा होने वाला है, लेकिन इसके अंत की राह अभी भी आसान नहीं दिखती।