Edited By Updated: 08 Jan, 2017 11:46 AM
पंजाब में भाजपा 23 सीटों पर चुनाव ....
जालंधर(पाहवा): पंजाब में भाजपा 23 सीटों पर चुनाव लडऩे के लिए खुद को तैयार बता रही है लेकिन भाजपा हाईकमान प्रदेश की इस तैयारी से खुश नहीं है। खासकर पंजाब भाजपा की तरफ से 23 सीटों के लिए जो सर्वे किया गया था उसे भाजपा हाईकमान ने रद्दी की टोकरी (डस्टबिन) में फैंक दिया है तथा प्रदेश में नए सिरे से सर्वे करवाने के लिए किसी अन्य कम्पनी को कांट्रैक्ट दिया है। जानकारी के अनुसार पार्टी अगले 1-2 दिनों में 23 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने की तैयारी में है।
‘मैनेज्ड’ था भेजा गया सर्वे
भाजपा के पुख्ता सूत्रों का कहना है कि पंजाब में प्रदेश की इकाई की तरफ से एक सर्वे किया गया था। यह सर्वे भी प्रदेश इकाई के एक नेता की कम्पनी के माध्यम से किया गया था तथा इसी सर्वे को भाजपा हाईकमान के पास भेज दिया गया था। प्रदेश इकाई से नाराज कुछ नेताओं ने पहले से ही भाजपा हाईकमान को अलर्ट कर दिया था। सूत्र बताते हैं कि पंजाब से गए इस सर्वे में कई सीटों पर अपने हिसाब से फेरबदल किया गया था जिसके चलते हाईकमान ने इस सर्वे को सिरे से नकार दिया है।
संघ प्रचारकों से लिया जा रहा फीडबैक
पंजाब में अब सर्वे का काम एक अन्य कम्पनी को दिया गया है तथा 3 दिन के भीतर उस कम्पनी ने सर्वे पूरा करके पार्टी को देना है। संभवत: यह सर्वे वीरवार से शुरू हो चुका है। यही नहीं, भाजपा हाईकमान ने जमीनी सच्चाई जानने के लिए प्रदेश इकाई के नेताओं की बजाय संघ प्रचारकों से फीडबैक मांगा है। हाईकमान का मानना है कि भाजपा नेताओं से बेहतर संघ के प्रचारक बिना किसी लालच या किसी झुकाव के फीडबैक दे सकते हैं। उधर शनिवार शाम को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न हो गई। इस बैठक के बाद अब पार्टी सबसे पहले उत्तर प्रदेश की विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है जबकि पंजाब की सूची को 2 दिन और लगने की संभावना है। वैसे भी केंद्रीय हाईकमान के लिए पंजाब की 23 सीटें भी ज्यादा वैल्यू नहीं रखतीं। उनकी पहल उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करना है जिसके लिए हर प्रकार के तरीके अपनाए जा रहे हैं।
कशमकश में पार्टी
भाजपा पंजाब में कुछ सीटों को लेकर बेहद ज्यादा कशमकश में है। इनमें करीब 8 सीटें ऐसी हैं जिन पर उम्मीदवार बदले जाने तय हैं। इसके अलावा जालंधर वैस्ट, आनंदपुर साहिब तथा लुधियाना की एक सीट काफी चर्चा में है। इन सीटों पर पहले चुनाव लड़ते रहे भगत चूनी लाल, मदन मोहन मित्तल तथा सतपाल गोसाईं 75 की आयु पार कर चुके हैं। वैसे प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला यह इशारा दे चुके हैं कि मदन मोहन मित्तल ही आनंदपुर साहिब से चुनाव लड़ेंगे। अगर मित्तल चुनाव लड़ सकते हैं तो भगत चूनी लाल व सतपाल गोसाईं भी आयु सीमा के चलते दरकिनार नहीं किए जा सकते लेकिन यह सब प्रदेश अध्यक्ष की बजाय भाजपा हाईकमान के हाथ में है।