Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 09:56 PM
सजाएं पूरी कर लेने के बावजूद लंबे समय से जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई की आशा बंधी है। दमदमी टकसाल के प्रमुख संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने वीरवार को यहां बताया कि उन्हें केन्द्र सरकार के गृह विभाग ने सूचित किया है कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)...
अमृतसर: सजाएं पूरी कर लेने के बावजूद लंबे समय से जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई की आशा बंधी है। दमदमी टकसाल के प्रमुख संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने वीरवार को यहां बताया कि उन्हें केन्द्र सरकार के गृह विभाग ने सूचित किया है कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य डॉ सुब्रमणियम स्वामी की ओर से केंद्र सरकार के सिख मसलों और सिख कैदियों की रिहाई का मामले केंद्र सरकार के समक्ष उठाए जाने पर सरकार ने गंभीरता दिखाते हुए इस संबंध में राज्यों को उचित कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए हैं।
खालसा ने बताया कि गृह विभाग के सचिव रेनू सूरी ने पत्र लिख कर उन्हें बताया कि सिख भाईचारे के मसलों के संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय ने डॉ सुब्रामणियम स्वामी द्वारा 21 जून 2017 को लिखे पत्र के संबंध में उचित कार्रवाई के लिए आदेश दिया है। दमदमी टकसाल प्रमुख ने बताया कि उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने डॉ स्वामी से मुलाकात कर सिखों के मसलों पर बातचीत की थी जिसके आधार पर डॉ स्वामी ने राज्यसभा में एक प्रस्ताव पेश कर दरबार साहब पर किए गए हमले को अतिनिंदनीय और अफसोसनाक ठहराते हुए केंद्र और पंजाब सरकार को 1984 की दोनों घटनाओं का रिकार्ड सार्वजनिक करने के लिए कहा है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पत्र लिखने पर सिख कैदियों की रिहाई के लिए उचित कार्रवाई का भरोसा दिया था।