Edited By Vaneet,Updated: 26 Jun, 2018 06:35 PM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जालंधर स्थित पंजाब इंस्टीट््यूट ऑफ मेडकिल साइंस (पिम्स) को नशा मुक्ति अभियान...
जालंधर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जालंधर स्थित पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पिम्स) को नशा मुक्ति अभियान में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए पुरस्कृत किया है। पिम्स की निदेशक प्रधानाचार्य डा. कुलबीर कौर और रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में यह पुरस्कार प्राप्त किया।
निदेशक डा. कुलबीर कौर ने इस मौके पर कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय यहां के अनुभवी शिक्षाविदों और पूरे पिम्स के कर्मचारियों को जाता है जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के बूते पर देश भर में नशा मु्िक्त अभियान में उत्कृष्ट योगदान देने का गौरव पिम्स को दिलाया। उन्होंने बताया कि नशा वह सामाजिक बुराई है, जिसे केवल कानून और दंड से दूर नहीं किया जा सकता। जिंदगी तबाह करने वाली इस सर्वनाशी नशा मुक्ति हेतु समाजिक चेतना, और एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पिम्स की ओर से भी शहरों और गांवों में नुक्कड़ नाटकों, लेक्चर और अन्य साधनों द्वारा लोगों को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिम्स को चुनने वाले विद्यार्थियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
इस अवसर पर पिम्स के रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने कहा कि पिम्स को सम्मान मिलना न सिर्फ हमारे लिए गौरव की बात है बल्कि यह समूचे पंजाब राज्य की उपलब्धि है। इस क्षेत्र में पिम्स की ओर से यह छोटी सी पहल थी जिसे श्री कोविद की ओर से सम्मानित किया गया। पिम्स का उद्देश्य हर गांव, हर शहर, हर गली में नशा मुक्ति अभियान में हर संभव योगदान देना है ताकि आने वाले समय में पंजाब ही नहीं बल्कि समूचा भारत नशा मुक्त भारत बन सके।