Edited By Vatika,Updated: 25 Apr, 2020 02:10 PM
जवाहर नगर इलाके में शुक्रवार को 32 वर्षीय एक प्रेमिका ने अपने प्रेमी के घर के बाहर धरना लगा दिया। प्रेमिका का आरोप है कि पिछले 4 वर्षों से वह
लुधियाना: जवाहर नगर इलाके में शुक्रवार को 32 वर्षीय एक प्रेमिका ने अपने प्रेमी के घर के बाहर धरना लगा दिया। प्रेमिका का आरोप है कि पिछले 4 वर्षों से वह पति पत्री की तरह रह रहे है और 3 माह की वह गर्भवती है। लेकिन प्रेमी चोरी छिपे किसी ओर से 2 दिन बाद शादी करने वाला है। जिसे लेकर हैबोवाल थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मोहन लाल का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। युवती ने बताया कि आरोपो का इलाके में फोटो स्टूडियो है, जिससे करीब 5 साल पहले फसबुक पर उसकी दोस्ती के साथ हुई थी। जो शीघ्र ही प्रेम में बदल गई और दोनों के बीच गहरे तालुकात बन गए। इस बीच उसने उसे बता दिया था कि वह शादीशुदा है।
उधर, उसके प्रेम संबंधों का पता जब उसके पति व घरवालों को चला तो उन्होंने उससे नाता तोड़ लिया। तलाक का निर्णय अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। इस बीच आरोपी उसे हैदर एनक्लेव में किराए के घर में ले गया। जहां वह पति-पत्री की तरह रहने लगे। आरोपी अपने घर आता जाता रहता था। उसके परिवारवालों को दोनों के संबंधों के बारे में पता था। उसने बताया कि उसके गर्भवती होने की बात जब आरोपी को चली तो उसने उससे कन्नी काटनी शुरू कर दी। जब उसने इसका कारण पूछा तो आरोपी साफ मुकर गया कि वह उससे शादी नहीं सकता, लेकिन वह उसके होने वाले बच्चे को अपना लेगा।
इस पर उसने आरोपी की बहन व परिवार के अन्य लोगों से भी बात की, तो उन्होंने कहा कि वह उम्र में बड़ी है इसलिए उसकी शादी नहीं हो सकती। इसके बाद आरोपी ने उससे मिलना जुलना तक छोड़ दिया। युवती ने बताया कि इंसाफ पाने के लिए वह पुलिस कमिश्नर के दफ्तर में पेश हुई। उसकी शिकायत हैबोवाल पुलिस के पास भेज दी गई, लेकिन पुलिस ने उस पर काई एक्शन नहा लिया, जबकि उसने थान के कई चक्कर लगाए। कुछ दिन पहले उसे पता चला कि आरोपी उससे चोरी छिपे किसी और युवती से शादी कर रहा है। उसने आरोपी से मिलने की तमाम कोशिश की, लेकिन उसे मिलने नहीं दिया गया। वह पिछले 3 दिनों से जवाहर नगर की सड़कों पर धक्के खा रही है और सड़क पर ही रातें गुजार रही है, लेकिन उसका दुख दर्द सुनाने वाला कोई नहीं है। उसे अपना व अपने होने वाले बच्चे का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। मजबूर होकर उसे प्रेमी के पर के बाहर धरना लगाना पड़ा, ताकि उसकी आवाज उच्चाधिकारियों के कान तक पहुंचे और उसे इंसाफ मिल सके। उसने खुदकुशी की भी चेतावनी दी है। तमाम कोशिशों के बाद दूसरे पक्ष का पक्ष नहीं जाना जा सका।