Edited By Updated: 20 Mar, 2017 01:12 PM
साॅलिडवेस्ट मैनेजमेंट प्रोजैक्ट के तहत जमशेर में कूड़े से बिजली बनाने वाला कारखाना नहीं लगा सका। विधायक परगट सिंह इसी मुद्दे पर चुनाव जीते हैं कि घरों के बीच पाॅल्यूशन करने वाला कारखाना नहीं लगने देंगे।
जालंधरः साॅलिडवेस्ट मैनेजमेंट प्रोजैक्ट के तहत जमशेर में कूड़े से बिजली बनाने वाला कारखाना नहीं लगा सका। विधायक परगट सिंह इसी मुद्दे पर चुनाव जीते हैं कि घरों के बीच पाॅल्यूशन करने वाला कारखाना नहीं लगने देंगे।
इस बीच गैर सरकारी संगठन सहारा यूथ इंडिया के अजय पलटा ने ऐसी जैपर नामक मशीन बनाई है जो मैकेनिकल बाॅयोलाॅजिकल ट्रीटमेंट कर 70 से 90 फीसदी कूड़ा खत्म करेगी। ये छोटी सी मशीन शहर को हिस्सों में बांटकर कम्यूनिटी लेवल पर कूड़ा ट्रीट करेगी।
इसका पेटैंट प्रोसेस भी पूरा हो गया है। अब निगम को प्रोजैक्ट सौंपा गया है। इसे लगाने के लिए जमीन एलोकेट करने की डिमांड की गई है। अजय पलटा ने बताया कि 4 साल की मेहनत से मशीन तैयार की है। जिसमें किचन वेस्ट से खाद तैयार होती है। गैर गलनशील कचरा इंडस्ट्रियल फ्यूल में बदल दिया जाता है। उनकी पहली मशीन 5 टन कूड़ा प्रोसेस कर रही है। पेटैंट मिल गया है। ये मशीन एक बड़ा ड्रम है। जिसमें बैक्टीरिया डाले जाते हैं। ये गलनशील कचरे को खाद में बदल देते हैं। उन्होंने इसका नाम जैपर एक कीड़े के नाम पर रखा है।