Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Sep, 2017 10:29 AM
शहर के दशमेश अस्पताल में आज एक नौजवान की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि डाक्टरों की लापरवाही के चलते
फिरोजपुर (कुमार): शहर के दशमेश अस्पताल में आज एक नौजवान की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि डाक्टरों की लापरवाही के चलते गुरप्रीत सिंह (23) पुत्र गुरमीत सिंह वासी आऊट साइट कसूरी गेट फिरोजपुर शहर की मौत हुई है, जिस कारण उन्होंने अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया।
उन्होंने जिम्मेदार डाक्टरों के खिलाफ तुरन्त मुकद्दमा दर्ज करने व मृतक का पोस्टमार्टम फरीदकोट मैडीकल कालेज से करवाने की मांग की और कहा कि कथित लापरवाही बरतने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया जाए।मृतक के परिजनों ने बताया कि वे आज प्रात: दस्त लगने पर गुरप्रीत को दशमेश अस्पताल लेकर आए थे और 10 बजे वह ठीक था, जिसे कथित लापरवाही बरतते हुए इंजैक्शन लगाया गया है, जिस कारण उसकी मौत हो गई। उन्होंने डाक्टर पर भाग जाने और परिवार को सच्चाई न बताने का आरोप लगाते हुए कहा कि डाक्टर परिवार को गुमराह करता रहा। धरने की सूचना मिलते ही डी.एस.पी. हरिन्द्र सिंह डोड अस्पताल पहुंच गए और उन्होंने परिवार को न्याय दिलवाने का भरोसा दिया है।
युवक की 80 के करीब आयरन की गोलियां खाने से हुई है मौत : डा. मनप्रीत
दूसरी ओर सम्पर्क करने पर दशमेश अस्पताल के डाक्टर मनप्रीत सिंह ने लापरवाही के लगाए गए आरोप को गलत बताते हुए अपना पक्ष देते हुए कहा कि अस्पताल में गुरप्रीत सिंह का पूरा इलाज किया गया है। गुरप्रीत सिंह के पारिवारिक सदस्यों ने उसे अस्पताल में आज प्रात: 5.40 बजे दाखिल करवाया था और बताया था कि गुरप्रीत की पत्नी प्रैगनैंट है जिसके लिए 80-90 आयरन की गोलियां लाई गई थीं और आज रात करीब अढ़ाई बजे उसने सारी गोलियां खा लीं। डाक्टर मनप्रीत के अनुसार जब उसके टैस्ट करवाए गए तो उसके ब्लड सैल और लिवर आदि फेल हो चुके थे। उन्होंने गुरप्रीत के पारिवारिक सदस्यों को उसी समय बता दिया था कि यह सीरियस है और इसे कहीं और ले जाओ। उन्होंने एम्बुलैंस मंगवाने में भी उनकी सहायता की मगर वे गुरप्रीत को लेकर नहीं गए और उन्होंने अढ़ाई-तीन घंटे यहीं पर सलाह-मशविरा करने में लगा दिए, जिस कारण उसकी मौत हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास अपनी बेगुनाही का हर सबूत है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अगर डाक्टर की लापरवाही आई तो कार्रवाई अवश्य करेंगे : डी.एस.पी.
सम्पर्क करने पर डी.एस.पी. हरिन्द्र सिंह डोड ने कहा कि माननीय हाईकोर्ट की हिदायतें हैं कि अगर क्वालीफाइड डाक्टर द्वारा किए जा रहे इलाज के दौरान किसी की मौत होती है तो डाक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट देने के बाद पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी। अगर इस केस में ऐसी रिपोर्ट आई तो पुलिस डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई जरूर करेगी और हम फरीदकोट से पोस्टमार्टम करवाने के लिए अधिकारियों के सामने परिवार की मांग रखेंगे।