Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 02:14 PM
पटियाला में नया बस स्टैंड अब राजपुरा-सरहिंद बाईपास पर बनाए जाने की योजना तैयार की गई है और जिस जगह पर पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने नए अल्ट्रा माडर्न बस स्टैंड का नींव पत्थर रखा था, उस जगह पर अब इसके निर्माण की योजना रद्द हो गई है।
पटियाला(परमीत): पटियाला में नया बस स्टैंड अब राजपुरा-सरहिंद बाईपास पर बनाए जाने की योजना तैयार की गई है और जिस जगह पर पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने नए अल्ट्रा माडर्न बस स्टैंड का नींव पत्थर रखा था, उस जगह पर अब इसके निर्माण की योजना रद्द हो गई है।
वर्णनीय है कि पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने 2009 में पटियाला के एस.एस.टी. नगर के सामने मथुरा कालोनी इलाके में 300 करोड़ रुपए की लागत के साथ नया बस स्टैंड बनाने का नींव पत्थर रखा था। परंतु कुछ ही समय में यह मामला अदालती प्रक्रिया में उलझ कर रह गया क्योंकि इस जगह के मालिकों के तौर पर कुछ लोग अदालत में पहुंच गए थे।
पी.आर.टी.सी. ने लगाया अपनी मलकीयत का बोर्ड
जिस जगह पर नए बस स्टैंड के निर्माण का नींव पत्थर रखा गया था, उस जगह पर अब पी.आर.टी.सी. ने अपनी मलकीयत का बोर्ड लगा दिया है। इस मामले में पी.आर.टी.सी. के एम.डी. मनजीत सिंह नारंग जो अक्सर छुट्टी वाले दिन भी काम पर नजर आते हैं, का कहना है कि यह जगह पी.आर.टी.सी. की मलकीयत है, इसलिए बोर्ड लगाया। जब पूछा गया कि मामला अदालती प्रक्रिया में उलझा था तो श्री नारंग का कहना था कि कई केस खत्म हो चुके हैं और यह जगह पी.आर.टी.सी. की है। किसी का नाजायज कब्जा रोकने के लिए बोर्ड लगाया है।
नए बस स्टैंड के लिए 15 एकड़ जगह की योजना
नया बस स्टैंड बनाने के लिए पी.आर.टी.सी. ने 15 एकड़ जगह की मांग की है। जो मौजूदा जगह है जहां बोर्ड लगाया गया है, वह 18 एकड़ जगह है। डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित चाहते हैं कि नया बस स्टैंड बाईपास पर बने, इसी योजना पर काम किया जा रहा है। 15 एकड़ जगह में से साढ़े 8 एकड़ जगह इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट की बाईपास पर उपलब्ध है जबकि बाकी जगह जिला प्रशासन की तरफ से उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जा रहा है। यह जगह मिलने पर पी.आर.टी.सी. की तरफ से बदले में 18 एकड़ जगह दिए जाने की योजना है।
बस स्टैंड से वर्कशाप आने-जाने पर फालतू का डीजल खर्च होगा
पी.आर.टी.सी. के प्रबंधक चाहते हैं कि नया बस स्टैंड पी.आर.टी.सी. की वर्कशाप से बहुत दूरी पर नहीं होना चाहिए क्योंकि ऐसा होने के साथ इसकी बसें बस स्टैंड से वर्कशाप आने-जाने पर फालतू का डीजल खर्च होगा। इसलिए अब यह मामला तकरीबन सिरे चढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है।