Edited By Updated: 16 Nov, 2016 03:50 AM
पंजाब कांग्रेस ने केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा 500 व 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के मामले में उसे घेरते हुए कहा कि गरीब लोग अपने बैंक खातों में
जालंधर (धवन): पंजाब कांग्रेस ने केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा 500 व 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के मामले में उसे घेरते हुए कहा कि गरीब लोग अपने बैंक खातों में अन्यों के अढ़ाई-अढ़ाई लाख रुपए तो डलवाने में लगे हुए हैं, परंतु कहीं कल को सरकार उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर मानकर उनके नीले कार्ड ही रद्द न कर दे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा है कि महिलाएं व गरीब वर्ग के लोग अपने बैंक खातों में अढ़ाई-अढ़ाई लाख रुपए जमा करवा सकते हैं परंतु इस घोषणा के बाद गरीब वर्ग के लोगों में भ्रांतियां पैदा हो गई हैं कि कहीं कल को सरकार उनके नीले कार्ड रद्द करने के साथ-साथ उनकी बुढ़ापा व विधवा पैंशन पर भी रोक न लगा दे। कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि नीले कार्ड गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए बनाए गए थे। इसी तरह से अत्यंत गरीब लोगों को ही बुढ़ापा व विधवा पैंशन का लाभ मिल रहा है। अब अगर उनके बैंक खातों मेें नोटबंदी के साथ दो या अढ़ाई लाख की राशि जमा हो जाती है तो कल को इन गरीब लोगों को सरकार घेरना शुरू कर देगी।
उन्होंने कहा कि सरकार कल को इन गरीब लोगों के बैंक खाते चैक कर सकती है तथा उनके बैंक खातों में जमा दो या अढ़ाई लाख की राशि को देखकर यह कह सकती है कि अब तो वह गरीबी रेखा से ऊपर है, इसलिए क्यों न उनके नीले कार्ड या बुढ़ापा पैंशन ही बंद कर दी जाए। बिट्टू ने सरकार से गरीबों के लिए स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा कि गरीब जनता के बीच में चिन्ता व भय पाया जा रहा है। सरकार गरीबों को नुक्सान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठा सकती है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण आम गरीब जनता व मध्यम वर्ग के लोग परेशान हैं, जिन्हें अपना रोजगार छोड़कर रोजाना नकदी निकलवाने के लिए बैंक या ए.टी.एम. के बाहर घंटों खड़े होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को न तो गरीबों और न ही मध्यम वर्ग की चिन्ता है। उन्होंने कहा कि व्यापार व उद्योग का बुरा हाल है। उन्हें अपने रोजमर्रा के काम चलाने में मुश्किलें आ रही हैं परंतु सरकार ने पूरी तरह से खामोशी धारण की हुई है।