Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jul, 2017 10:12 AM
भले ही समय की सरकारों ने टेलों पर पड़ते गांवों के किसानों को अनेकों बार यह आश्वासन दिया कि फसलों के लिए आ रही नहरी पानी की कमी को दूर किया जाएगा व टेलों पर पड़ते गांवों के लिए नए रजबाहे निकाले जाएंगे परंतु 3 दशक बीत जाने के बावजूद भी स्थिति जैसी थी...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): भले ही समय की सरकारों ने टेलों पर पड़ते गांवों के किसानों को अनेकों बार यह आश्वासन दिया कि फसलों के लिए आ रही नहरी पानी की कमी को दूर किया जाएगा व टेलों पर पड़ते गांवों के लिए नए रजबाहे निकाले जाएंगे परंतु 3 दशक बीत जाने के बावजूद भी स्थिति जैसी थी तैसी ही है, जिससे किसान निराशा में हैं।
उल्लेखनीय है कि निकटवर्ती गांव मदरस्सा, चक मदरस्सा, बलगमढ़ व भागसर आदि के किसानों की जमीनें टेलों पर पड़ती हैं। यहां से सैंकड़ों किसानों ने निचले स्तर से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक जाकर फरियाद की है कि खेती के लिए नहरी पानी पूरा किया जाए परंतु इन किसानों की कोई सुनवाई नहीं हुई।
किसानों जगजीत सिंह, स्वर्ण सिंह, परमजीत सिंह बराड़, गुरचेत सिंह, निशान सिंह, दलबीर सिंह व मनजीत सिंह आदि ने बताया कि नहरी पानी की कमी को पूरा करने के लिए अनेक किसान इन गांवों से गुजर रही ड्रेन के पानी का सहारा ले रहे हैं। इस ड्रेन का पानी पम्पों से उठाकर व महंगे भाव का डीजल फूंक कर फसलों को लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ड्रेन की पटड़ी पर 400 के करीब ट्यूबवैल लगे हुए हैं व करोड़ों रुपए की पाइपें किसानों ने अपने खेतों तक डाली हुई हैं। किसानों की मांग है कि सरकार इस क्षेत्र में नए रजबाहे निकाले।