Edited By Vatika,Updated: 03 Dec, 2018 09:38 AM
रविवार जैसे ही जम्मू से टाटा मूरी एक्सप्रैस अमृतसर के 1 नंबर प्लेटफार्म पर पहुंची तो 20 बोगियों की बजाय मात्र 9 बोगियां देख मुसाफिर भड़क गए। डिप्टी एस.एस. कार्यालय के बाहर सैंकड़ों लोग जमा हो गए।
अमृतसर(सफर, जशन ): रविवार जैसे ही जम्मू से टाटा मूरी एक्सप्रैस अमृतसर के 1 नंबर प्लेटफार्म पर पहुंची तो 20 बोगियों की बजाय मात्र 9 बोगियां देख मुसाफिर भड़क गए। डिप्टी एस.एस. कार्यालय के बाहर सैंकड़ों लोग जमा हो गए।
मुसाफिरों का आरोप था कि जब टाटा मूरी में 20 की जगह 9 डिब्बे लगाए गए थे, तभी रेलवे ने उन्हें मैसेज द्वारा जानकारी क्यों नहीं दी। ट्रेन आने के बाद यह जानकारी मिली। ऐसे में रेलवे का कसूर है और उन लोगों की क्या गलती है जो अपने कार्यों के लिए ट्रेन में 2 से 3 महीने बुकिंग करवा कर बैठे थे। प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया तो बात अमृतसर से फिरोजपुर रेलवे डिवीजन तक जा पहुंची।
‘पंजाब केसरी’ से बात करते हुए प्रदर्शनकारियों की अगुवाई करते हुए भारत जोशी ने कहा कि मेरा परिवार इस ट्रेन से जा रहा था। टाटा मूरी में 20 बोगियों की बजाय सिर्फ 9 बोगियां लगाई गईं। 1 बोगी में 70 सीटें होती हैं, ऐसे में 11 बोगियों की बात करें तो 700 से ज्यादा लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी है, रेलवे को इस बारे में पहले सूचना देनी चाहिए। भारत जोशी बताते हैं कि रेलवे बुलेट ट्रेन चलाने की फिराक में है वहीं जो ट्रेनें चल रही हैं उनकी यह हालत है कि माओवादियों के खौफ से ट्रेन में बोगियां ही नहीं जोड़ी गईं, ऐसे में रेल का सफर कितना सुरक्षित है यह कहने की जरूरत नहीं रही। इस मामले में कंज्यूमर कोर्ट फोरम में रेलवे को कटघरे में खड़ा करेंगे, रेलवे अपनी गलती का खमियाजा जनता पर मत डाले और रेलवे अपने ग्राहकों की होने वाली क्षति की भरपाई करे।