Edited By Vatika,Updated: 29 Dec, 2018 01:05 PM
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पूरी कमर कस रखी थी और प्रचार अभियान की शुरूआत 3 जनवरी से पंजाब के गुरदासपुर इलाके से करने जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पंजाब के कई नेतागण इस रैली...
जालंधर(रविंदर): लोकसभा चुनाव 2019 के लिए एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पूरी कमर कस रखी थी और प्रचार अभियान की शुरूआत 3 जनवरी से पंजाब के गुरदासपुर इलाके से करने जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पंजाब के कई नेतागण इस रैली को फ्लॉप करने पर जोर लगा रहे थे।
‘पंजाब केसरी’ के इस मामले में खुलासा करने के बाद भाजपा हाईकमान जागी और प्रदेश के जो नेतागण पर्दे के पीछे रैली को फ्लॉप करने की योजना बना रहे थे, उन्हें जमकर झाड़ लगाई गई। इसके बाद प्रदेश के नेतागण अब गुटबाजी को भुलाकर अपने-अपने स्तर पर रैली को सफल बनाने की तरफ बढ़ गए हैं। दरअसल मौजूदा दौर में खुड्डे लाइन लगे कुछ लीडर रैली को फ्लॉप कर मौजूदा प्रदेश कार्यकारिणी पर इसका ठीकरा फोडऩा चाहते थे, इसके लिए सोशल मीडिया को भी जरिया बनाकर अपनी भड़ास निकाली जा रही थी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्वेत मलिक ने रैली को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए सभी पूर्व विधायक, मौजूदा विधायक, सांसद व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ-साथ पार्टी के सीनियर नेताओं व सभी मोर्चों की ड्यूटी निर्धारित की थी, मगर हैरानी की बात यह थी कि मलिक विरोधी लॉबी इस रैली को फ्लॉप करने में जुटी हुई थी।‘पंजाब केसरी’ ने 2 दिन पहले इस बात का खुलासा किया था लेकिन हाईकमान की घुड़की के बाद अब प्रदेश के नेतागण सब मतभेद भुलाकर रैली की तैयारियों में जुट गए हैं।