Edited By Updated: 16 Dec, 2016 10:48 AM
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 2 दवाइयों के सैम्पल फेल होने पर तुरंत उनके इस्तेमाल पर रोक लगाने को कहा है। चंडीगढ़ से व्हाट्सएप पर आए मैसेज
लुधियाना(सहगल): राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 2 दवाइयों के सैम्पल फेल होने पर तुरंत उनके इस्तेमाल पर रोक लगाने को कहा है। चंडीगढ़ से व्हाट्सएप पर आए मैसेज ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी, क्योंकि इन दवाइयों का इस्तेमाल रूटीन में हो रहा था। इन दवाइयों में नोरफ्लोक्सासीन सीरप तथा मेट्रोनीडाजोल ओरल सस्पैंशन हैं। मैसेज में लिखा गया है कि दोनों दवाइयों को स्टंडर्ड क्वालिटी का न होना घोषित किया गया है। इन दवाइयों के इस्तेमाल पर रोक लगने के अलावा इसे अस्पतालों, प्राइमरी हैल्थ सैंटरों तथा कम्युनिटी हैल्थ सैंटरों के अलावा जहां भी यह दवाइयां उपलब्ध हों, से वापस मंगवाने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार विभाग द्वारा रूटीन में दवाइयों की करवाई जा रही जांच में उक्त मामला सामने आया। जैसे ही सैम्पल फेल होने की रिपोर्ट विभाग के पास पहुंचा फौरन मैसेज फ्लैश करके सभी जिलों को सूचित कर दिया गया।
सिट्राजिन सिरप की गुणवत्ता जांचने को कहा : पिछले कुछ दिनों से आ रही शिकायतों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को सिट्राजिन सिरप की गुणवत्ता की जांच करने को कहा है। इस संदर्भ में सिविल सर्जन डा. राजीव भल्ला ने जिले के सभी सीनियर मैडीकल अफसरों को पत्र लिखकर कहा है कि उक्त सिरप का स्टॉक जहां कहीं भी हो, उसकी जांच की जाए। अगर उसमें कोई कमी या नुक्स पाया जाता है तो उन्हें 16 दिसम्बर तक सूचित किया जाए, ताकि इस दिशा में उचित कदम उठाए जा सकें।