Edited By Updated: 31 Dec, 2016 11:23 AM
पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए सूफी गायक हंसराज हंस किस विधानसभा ....
जालंधर(इलैक्शन डैस्क): पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए सूफी गायक हंसराज हंस किस विधानसभा हलके से चुनाव लड़ेंगे फिलहाल इस बारे संशय बरकरार है। बीते दिनों से हंस के अमृतसर वैस्ट से चुनाव लडऩे की चर्चा चल रही है, मगर सूत्रों के अनुसार पार्टी के कई नेता उन्हें जालंधर वैस्ट से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। हालांकि अभी हंस ने स्वयं किस सीट से चुनाव लडऩा है, कुछ स्पष्ट नहीं किया है। वहीं सूत्रों के अनुसार पूर्व सांसद और जालंधर वैस्ट से विधायक रहे मोहेंद्र सिंह के.पी. की कांग्रेस से टिकट की घोषणा भी हंस के कारण अटकी हुई है। दोनों पार्टियां दाव पर हैं।
जालंधर वैस्ट से भगत चूनी लाल वर्तमान में विधायक हैं। जालंधर वैस्ट भगत बिरादरी और दलित समुदाय बाहुल्य विधानसभा सीट है। भगत चूनी लाल इस सीट से तीन बार 1997, 2007 और 2012 में जीत चुके हैं। भाजपा इस हलके से साल 2002 के विधानसभा चुनाव छोड़कर लगातार लीड कर रही है। इस कारण भाजपा नेता किसी भी सूरत में इस हलके का वोट बैंक गंवाना नहीं चाहते। भगत यहां से 2 बार मङ्क्षहद्र सिंह के.पी. और एक बार मिसेज के.पी. को हरा चुके हैं। इस कारण भाजपा इस सीट पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। मङ्क्षहद्र सिंह के.पी. और हंसराज हंस साल 2009 के लोकसभा चुनावों में एक-दूसरे को टक्कर दे चुके हैं।
के.पी. इस चुनाव में विजयी रहे थे। वर्तमान में के.पी. के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे की चर्चा है मगर अभी तक उनके नाम की घोषणा नहीं हुई। इसका कारण यह है कि भाजपा के कई नेता चाहते हैं कि हंस जालंधर वैस्ट से चुनाव लड़ें। यदि हंस इस सीट से चुनाव लड़ते हैं तो सूत्रों के अनुसार के.पी. का आदमपुर विधानसभा सीट से चुनाव लडऩा तय है। फिलहाल बताया जा रहा है कि के.पी. इस सीट से किसी भगत को उम्मीदवार बनाए जाने की बात कह रहे हैं और तभी आदमपुर से चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा ने पूरी की सिद्धू की कमी
सूत्रों के अनुसार भाजपा में हंसराज हंस की एंट्री का कारण नवजोत सिंह सिद्धू हैं। हालांकि सिद्धू ने अभी कांग्रेस पूरी तरह ज्वाइन नहीं की है। फिर भी उनके कांग्रेस की टिकट पर अमृतसर ईस्ट से चुनाव लडऩे की बात कही जा रही है। सिद्धू के भाजपा से जाने के बाद पार्टी को सैलीब्रिटी की जरूरत थी। भाजपा में एंट्री के बाद पार्टी हाईकमान की तरफ से हंस की चंडीगढ़ के लोकल बॉडीज चुनाव में ड्यूटी लगाई गई थी। भाजपा चंडीगढ़ के चुनाव जीत चुकी है। अब उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी की जा रही है। हंस के सामने दोनों हलके हैं, जिस हलके से चाहेंगे, टिकट मिलना तय है।