Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jun, 2018 12:35 AM
अपने परिवार के लिए अपनी नौकरी छोड़ी और फिर अपने पति की प्रेरणा से ही मॉडलिंग और पर्सनैलिटी डिवैल्पमैंट संबंधी ट्रेनिंग लेकर मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता तक क्वालीफाई किया। यह खुलासा गत वर्ष शैलजा द्विवेदी ने मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता के ग्रांड...
अमृतसर (ममता): अपने परिवार के लिए अपनी नौकरी छोड़ी और फिर अपने पति की प्रेरणा से ही मॉडलिंग और पर्सनैलिटी डिवैल्पमैंट संबंधी ट्रेनिंग लेकर मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता तक क्वालीफाई किया। यह खुलासा गत वर्ष शैलजा द्विवेदी ने मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता के ग्रांड फिनाले में अपना चयन होने के उपरांत ‘पंजाब केसरी’ के साथ विशेष बातचीत दौरान किया था। इस दौरान उसने सफलता का पूरा श्रेय अपने पति और परिवार को दिया था, ऐसे में यह कहना पूरी तरह से नामुमकिन है कि उसके किसी अन्य व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध रहे होंगे।
शैलजा जोकि गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के प्लानिंग विभाग में बतौर लैक्चरार रही, ने बताया था कि 2009 में उसने सेना अधिकारी मेजर त्रिवेदी के साथ लव मैरिज की थी और शादी के बाद नौकरी छोड़ दी और गृहस्थी संभालना बेहतर समझा। वह सारा ध्यान अपने बेटे की परवरिश में लगाना चाहती थी लेकिन पति के सहयोग और प्रेरणा के चलते उन्होंने पहले पूना के ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट में मॉडलिंग और पर्सनैलिटी डिवैल्पमैंट संबंधी ट्रेनिंग भी ली। शैलजा ने बताया था कि इसके उपरांत ही उन्होंने मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया था जिसमें उनका चुनाव ग्रांड फिनाले के लिए हुआ और शैलजा ने वहां भी अपनी प्रतिभा के दम पर कई खिताब जीते।
23 जून को मेजर निखिल हांडा द्वारा हत्या के बाद आज जब शैलजा को उसके अंतिम संस्कार के लिए अमृतसर लाया गया तो वहां पर उनके परिजनों सहित गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से उनके पूर्व अध्यापक साथी एवं विद्यार्थी शामिल हुए। उनमें शैलजा द्विवेदी की हत्या को लेकर भारी रोष भी देखने को मिला। शैलजा के साथी अध्यापकों ने उनकी प्रतिभा एवं स्वभाव की प्रशंसा की और मीडिया में उनके किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंधों को भी पूरी तरह से गलत बताया।
विभाग के पूर्व अध्यक्ष डा. बलविंद्र सिंह सहित साथी अध्यापकों का कहना था कि वह काम के प्रति गंभीर और अनुशासन में रहनी वाली अध्यापिका थीं। अपने इन्हीं गुणों के चलते उन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर देश-विदेश में नाम भी कमाया। डा. सिंह ने बताया कि शैलजा पढ़ाई के दौरान सामाजिक कार्यों में भी जुटी रही जिस दौरान उनके द्वारा एक एन.जी.ओ. कैच एंड केयर के अंतर्गत गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम किया गया।
आज स्थानीय श्री दुग्र्याणा शिवपुरी में शैलजा के अंतिम संस्कार पर उनके पति मेजर अमित द्विवेदी ने उन्हें मुखाग्रि दी। इस दौरान शैलजा के पारिवारिक सदस्यों सहित शहर की नामी हस्तियां भी मौजूद थीं। शैलजा के भाई सुकर्ण कालिया ने कहा कि शैलजा के हत्यारे मेजर निखिल हांडा को फांसी की सजा होनी चाहिए। उन्होंने इस बात से पूरी तरह से इंकार किया कि शैलजा के हांडा के साथ कोई संबंध रहे होंगे।
उन्होंने कहा हांडा के एकतरफा प्यार को मीडिया में गलत ढंग से उछाला जा रहा है जोकि पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि उनकी बहन शैलजा अपने परिवार में पूरी तरह से खुश थीं और न ही उनके पति और ससुराल की ओर से ऐसी कोई शिकायत उन्हें मिली थी।