Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 12:38 PM
राज्य सरकार द्वारा कबूतरबाजी के धंधे को रोकने के लिए विदेश जाने के इच्छुकों को मान्यता प्राप्त ट्रैवल एजैंटों के मार्फत ही विदेश जाने तथा बिना सरकारी रजिस्ट्रेशन के काम कर रहे फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के ऐलान करने के बावजूद...
कपूरथला (भूषण): राज्य सरकार द्वारा कबूतरबाजी के धंधे को रोकने के लिए विदेश जाने के इच्छुकों को मान्यता प्राप्त ट्रैवल एजैंटों के मार्फत ही विदेश जाने तथा बिना सरकारी रजिस्ट्रेशन के काम कर रहे फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के ऐलान करने के बावजूद जिला कपूरथला में बड़ी संख्या में ऐसे फर्जी ट्रैवल एजैंट काम कर रहे हैं जिनके पास न तो सरकारी तौर पर रजिस्ट्रेशन है न ही जिला प्रशासन व पुलिस के पास कोई स्थायी पता है। हालांकि वीरवार को डी.सी. कपूरथला मोहम्मद तैयब ने एक लिखित आदेश जारी कर लोगों को मान्यता प्राप्त ट्रैवल एजैंटों के मार्फत ही विदेश जाने की सलाह देते हुए फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
2012 लागू हुआ था कानून, फिर भी थमने का नाम नहीं ले रहे धोखाधड़ी के मामले
राज्य सरकार ने विभिन्न जिलों में सक्रिय एजैंटों की गतिविधियों के कारण बड़ी संख्या में युवकों के करोड़ों रुपए डूबने व गैर-कानूनी तरीके से विदेश भेजे गए कई युवकों के लापता हो जाने के कारण जनता में फैले रोष को देखते हुए फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ कानून बनाते हुए बिना रजिस्ट्रेशन विदेश भेजने का धंधा करने पर सख्ती से रोक लगा दी थी तथा ट्रैवल एजैंट का काम करने के लिए अपने-अपने जिलों में रजिस्ट्रेशन करवाने के दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। इसके बावजूद भी जिला कपूरथला में बेहद कम एजैंटों ने प्रशासन के पास अपनी रजिस्ट्रेशन करवाई है, जिस कारण ऐसे मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। यदि कपूरथला पुलिस के 15 थाना क्षेत्रों की पुलिस द्वारा वर्ष 2012 से लागू हुए इस कानून के बाद फर्जी एजैंटों को लेकर दर्ज मामलों की ओर नजर दौड़ाई जाए तो इस कानून के लागू होने के बावजूद भी कपूरथला पुलिस विभिन्न फर्जी एजैंटों के खिलाफ 80 के करीब मामले दर्ज कर चुकी है जिनमें पीड़ितों को करोड़ों रुपए की ठगी का शिकार बनना पड़ा है।
पुलिस-सिविल प्रशासन में तालमेल की कमी, नुक्सान जनता को
पंजाब सरकार द्वारा फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ बनाए गए कानून को अमलीजामा पहनाने के लिए जारी किए गए आदेशों के बावजूद पुलिस व सिविल प्रशासन में तालमेल की भारी कमी के कारण अभी तक जहां फर्जी ट्रैवल एजैंटों की चांदी हो रही है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला भर में ऐसी चैकिंग मुहिम चला कर इनके खिलाफ कार्रवाई की शुरूआत भी नहीं की है जिसका सीधा फायदा उन फर्जी ट्रैवल एजैंटों को मिल जाता है जो लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की रकम ठगने के बाद अपना ठिकाना बदल कर फरार हो जाते हैं। इस का सीधा नुक्सान जनता को भुगतना पड़ता है। वहीं फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ बनाए गए ऐसे कानून के संबंध में लोगों को भी सही जानकारी नहीं है, जिसको लेकर जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा भी सैमिनार लगा कर लोगों को जागरूक करना समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
क्या कहते हैं डी.सी.
इस संबंध में जब डी.सी. मोहम्मद तैयब से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ बनाए गए कानून को सख्ती से लागू किया जाएगा तथा ऐसे एजैंटों के खिलाफ पुलिस की मदद से विशेष मुहिम चलाई जाएगी।
क्या कहते हैं एस.एस.पी.
इस संबंध में जब एस.एस.पी. संदीप शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि फर्जी ट्रैवल एजैंटों की गतिविधियों को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, बिना रजिस्ट्रेशन के काम करने वाले फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।