Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 02:57 PM
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं पर दर्ज कराए गए मामले भविष्य में उन्हें काफी भारी पड़ने वाले हैं।
चंडीगढ़ः शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं पर दर्ज कराए गए मामले भविष्य में उन्हें काफी भारी पड़ने वाले हैं। कांग्रेस सरकार ने काफी सोच-समझ कर और प्लानिंग कर अकाली दल के विधायकों के अलावा उन नेताओं पर केस दर्ज कराए हैं, जो विधानसभा चुनाव में अकाली दल के उम्मीदवार रह चुके हैं। इन नेताओं पर हाईवे एक्ट की धारा 8बी के तहत केस दर्ज किए गए हैं। इस एक्ट के तहत दर्ज मामले में आरोपी को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि सुनवाई के दौरान इस मामले में किसी गवाह आदि की जरूरत नहीं होती। इसमें वीडियोग्राफी ही सबसे बड़ा सबूत होती है और कार्रवाई होना तय माना जाता है।
किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेताओं और वर्कर्स पर पहली बार इतनी बड़े लेवल पर हाईवे एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। इससे पहले कभी भी किसी राजनीतिक पार्टी के नेताओं और वर्कर्स पर इतने बड़े लेवल पर मामले दर्ज कर हाईवे एक्ट नहीं लगाया गया।
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल का कहना है कि अकाली दल के नेताओं और वर्कर्स पर कांग्रेस सरकार ने अवैध मामले दर्ज किए हैं। पुलिस अफसर जानबूझकर इससे अनजान बन रहे हैं। कांग्रेस के विधायक ही सरकार चला रहे हैं। उनके इशारों पर थानों में थानेदार काम कर रहे हैं।
वहीं डी.जी.पी.सुरेश अरोड़ा का कहना है कि जो मामले दर्ज किए गए हैं, वे लोगों की परेशानी को देखते हुए दर्ज किए गए हैं। हाईवे जाम होने के कारण पूरे राज्य में लोगों के काम रुक गए थे।
जिनअकाली नेताओं पर हाईवे एक्ट के तहत मामले दर्ज हुए हैं, उन्हें इन मामलों के कारण आने वाले समय में अपने राजनीतिक सफर में कई दिक्कतें सकती हैं। केस के दौरान आरोपी नेताओं को जहां पासपोर्ट वेरिफिकेशन और अन्य कामों में दिक्कत आएगी, वहीं हाईवे एक्ट के तहत आरोपी नेताओं पर कार्रवाई होने की सूरत में अकाली नेताओं को चुनाव लड़ने में भी दिक्कत सकती है। ये नेता और वर्कर केस चलने तक बिना परमिशन देश से बाहर नहीं जा सकते।