Edited By Sunita sarangal,Updated: 01 Dec, 2021 12:17 PM
इतिहास इस उदहारण का हमेशा गवाह रहा है कि ईमानदारी की जीत आखिरकार कभी तो रंग लाती है। इस ईमानदारी की मिसाल है शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 44वें प्रधान.......
अमृतसर (दीपक) : इतिहास इस उदहारण का हमेशा गवाह रहा है कि ईमानदारी की जीत आखिरकार कभी तो रंग लाती है। इस ईमानदारी की मिसाल है शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के 44वें प्रधान 62 वर्षिय एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी, जिनके दयालू स्वभाव के कारण आज तक हर ज़रूरतमन्द व्यक्ति इनके दरवाजे से कभी खाली नहीं गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान पद की नियुक्ति के लिए इस बार बादल परिवार ने एक ऐसे अनमोल हीरे की तलाश की है, जो एडवोकेट होने के साथ-साथ धार्मिक और राजनीतिक स्तर पर योग्यता रखने के लिए पूरी तरह समर्थ भी है।
नव.नियुक्त प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी उच्च परिवार के साथ सम्बन्ध रखते हैं। उनके बड़े भाई 67 वर्षिय के सुरिन्दर सिंह धामी ने परिवार का विवरण देते हुए बताया कि हरजिंदर सिंह धामी को योग्य धार्मिक और राजनीतिक शिक्षा का पाठ उनके दादा दीवान चंद धामी जो पिप्पलां वाला गांव के सरपंच भी थे, ने उनको पढ़ाया था। शुरू से धार्मिक और उच्च शिक्षा की लगन रखने वाले हरजिंदर सिंह धामी ने गांव के सरकारी स्कूल में शिक्षा प्राप्त करने के बाद सरकारी कालेज होशियारपुर से बी.ए. पास करने के बाद में एल.एल.बी. गंगा नगर (राजस्थान) से पूरी की थी।
हरजिंदर सिंह धामी के पिता स्वर्गवासी निरंजन सिंह कृषि के काम के इलावा योग्य विघार्थी होने के कारण सैशन कोर्ट में सुपरिटेंडेंटकी नौकरी करते थे। पूरा परिवार आज तक ईमानदारी की मिसाल है, जिसको देखते हुए पंथ रत्न, जत्थेदार स्वर्गवासी गुरचरण सिंह टौहड़ा ने शुरू में 1996 हरजिन्दर सिंह धामी की सीधे तौर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कार्यकारी मैंबर नियुक्त किया था, जो शाम चौरासी से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मैंबर बने थे।
अच्छी नीयत और विश्वास के साथ आगे बढ़ते हुए हरजिंदर सिंह धामी सामाजिक क्षेत्र के विकास कामों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे। धामी पहले इलाको के अंतरराष्ट्रीय एजुकेशन सोशल सोसायटी के मैंबर बने, फिर गुरू हर सहाए के लड़को के कालेज चब्बेवाल के प्रधान बने। इसके साथ सिंह सभा के गुरूद्वारे होशियारपुर के प्रधान नियुक्त होने साथ इस इलाको की अंतरराष्ट्रीय संस्था भाई माला ऐजुकेशनल ट्रस्ट रजिस्टर के संयुक्त सचिव भी नियुक्त किए गए।
उनकी पत्नी श्रीमती सुखविंदर कौर जो एम.ए. पास है, घर, परिवार को बहुत अच्छी तरह संभाल रही है। उनके दो लड़के हैं, जिनमें से एक लड़का सतीन्द्र सिंह जर्मनी में शिक्षा हासिल कर रहा है, जबकि दूसरा लड़का अतिन्दरजीत सिंह मरचैंट नेवी में उच्च पद पर तैनात है। धामी परिवार में सादापन होने की उदहारण तब मिली जब 29 नवंबर देर रात को नव-नियुक्त प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी अपने गांव पिप्पलां वाला के नए घर में पहुंचे तो खुशी का जश्न इतना सादा था, भाव न कोई नाच, भंगड़ा और शोर-शराबा नज़र नहीं आया। सिर्फ परिवार सहित सादापन सम्मान देखने को मिला।
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