Edited By Tania pathak,Updated: 23 Apr, 2021 12:43 PM
कुछ वर्षों पहले पिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या की। मां बीमारी से मर गई और बड़े बेटे ने दुखी होकर आत्महत्या कर ली। परिवार का एक वारिस बचा था लेकिन...
लुधियाना (राज): अवसाद (डिप्रैशन) ने एक परिवार ही खत्म कर दिया। कुछ वर्षों पहले पिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या की। मां बीमारी से मर गई और बड़े बेटे ने दुखी होकर आत्महत्या कर ली। परिवार का एक वारिस बचा था लेकिन अवसाद ने उसका भी पीछा नहीं छोड़ा। अब परिवार का आखिरी चिराग भी बुझ गया। सबसे छोटे भाई ने भी बुधवार रात को संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगा लिया। वीरवार सुबह उसका शव कमरे में पंखे से रस्सी के सहारे लटकता मिला। सूचना के बाद थाना पी.ए.यू. की पुलिस पहुंची। मृतक की पहचान करणदीप सिंह उर्फ गोलू (26) के रूप में हुई है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और देहरादून में रहने वाली उसकी बहन को सूचना दे दी है।
जांच अधिकारी ज्ञान सिंह ने बताया कि करणदीप सिंह ऋषि नगर स्थित फ्लैटों में किराए पर अकेला ही रहता था। । कुछ सालों पहले उसकी मां की बीमारी के कारण मौत हो गई थी, जबकि पिता परमिंद्र सिंह ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पिता के बाद करणदीप के बड़े भाई ने भी ऐसे ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसके परिवार में करणदीप और उसकी एक बहन बची थी जिसकी शादी देहरादून में हुई है। इस प्रकार विवाहित बहन को छोड़कर सारा परिवार ही खत्म हो गया। मृतक की बहन को सूचना दी गई है जोकि सुबह तक लुधियाना पहुंच जाएगी। उसके आने के बाद बयान लेकर आगे की कार्रवाई करवाकर शव का पोस्टमार्टम होगा।