Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 03:15 PM
नगर निगम के जनरल हाऊस की मौजूदा सैशन में हुई आखिरी या यूं कहें कि फेयरवैल मीटिंग में 5 साल के कार्यकाल को लेकर किसी भी पार्षद ने मेयर की तारीफ नहीं की।
लुधियाना (हितेश): नगर निगम के जनरल हाऊस की मौजूदा सैशन में हुई आखिरी या यूं कहें कि फेयरवैल मीटिंग में 5 साल के कार्यकाल को लेकर किसी भी पार्षद ने मेयर की तारीफ नहीं की। बल्कि मीटिंग को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने की दिशा में की गई लाख कोशिशों के बावजूद मेयर कई बार विपक्षी पार्षदों के निशाने पर जरूर आए।
मीटिंग की शुरूआत में मेयर ने रखबाग व चौकों की कायाकल्प को अपनी उपलब्धियों के रूप में गिनाया तो कांग्रेस के जिला प्रधान गुरप्रीत गोगी ने यह काम प्राइवेट कम्पनियों की मदद से होने की बात कहकर उनकी हवा निकाल दी। गोगी ने यहां तक कह दिया कि इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या होगा कि 5 साल में शहर को कोई नया प्रोजैक्ट या फ्लाईओवर ही नहीं मिला। जिसे लेकर लोगों में नाराजगी है। कांग्रेस के गुरदीप नीटू ने कहा कि जनरल हाऊस में जो फैसले लिए गए, उनमें कोई सिरे नहीं चढ़ा। उसमें नया निगम हाऊस बनाने का पहलु मुख्य रूप से शामिल है। जसबीर जस्सा ने कहा कि जो गलियां उखाड़कर छोड़ी गई हैं, उनको लेकर किसके पास फरियाद लगाई जाए। यहां तक कि अकाली पार्षद परमजीत शिवालिक ने अपने वार्ड में हुए विकास कार्यों का क्रैडिट पूर्व सी.एम. बादल को ही दिया।
पार्षदों के दोबारा जीतकर आने की हुई कामना
जितने भी पार्षदों को माइक पर बोलने का मौका मिला। उन्होंने मौजूदा साथियों के दोबारा जीतकर आने की कामना की। मेयर ने कहा कि भले ही अगली बार कई नए चेहरे भी आएंगे। लेकिन शहर की बेहतरी के लिए तालमेल बनाने वाले पुराने पार्षदों को भी कामयाबी मिलनी चाहिए। सुनीता अग्रवाल व गुरदीप नीटू ने भी यही बात कही और तनवीर धालीवाल ने कहा कि पार्षदों में भी खिलाडिय़ों की तरह चुनावों को लेकर स्पोर्ट्समैनशिप की भावना होनी चाहिए।
सभी विधायकों व बैंस ग्रुप ने बनाई दूरी
जनरल हाऊस की मीटिंग से पहले गुरु नानक स्टेडियम में यादगारी ग्रुप फोटो करवाने का प्रोग्राम रखा गया। जहां पहले विधायक भारत भूषण आशु व संजय तलवाड़ के आने का काफी देर तक इंतजार किया गया। जबकि हाऊस बैठक में एक भी विधायक नही आया। इनमें सुरेन्द्र डाबर, राकेश पांडे, बैंस ब्रदर्स शामिल हैं। यहां तक कि बैंस ग्रुप के रणधीर सीबिया व गुरप्रीत खुराना को छोड़कर बाकी कोई पार्षद नहीं आया। इनमें परमिन्द्र सोमा, गुरप्रीत गोरा, रंजीत सिंह उभी, मनजीत कौर घटौड़े, सर्बजीत कौर चीमा, स्वर्णदीप चाहल, अमनदीप कौर गैरहाजिर रहे।