Edited By Subhash Kapoor,Updated: 18 Dec, 2023 11:01 PM
आज बलाचौर तहसील कांप्लेक्स में देर सायं नया कुछ देखने को मिला।
बलाचौर (ब्रह्मपुरी) : आज बलाचौर तहसील कांप्लेक्स में देर सायं नया कुछ देखने को मिला। हुआ यूं कि आज तहसील कांप्लेक्स बलाचौर में जमीनों आदि माल विभाग के काम करवाने के लिए लोग सुबह 9 बजे के आसपास अपने-अपने दस्तावेज तथा गांवों के लोगों को साथ लेकर तहसीलदार कार्यालय पहुंचे हुए थे। लोगों के बताए अनुसार सुबह नायब तहसीलदार अमनप्रीत सिंह उपस्थित लोगों को यह कह कर चले गए कि हमारी कोई विभागीय जरुरी मीटिंग है और वह पुन: आकर काम करेंगे परंतु तहसीलदार 3 बजे के करीब लौट कर कार्यालय आए।
पहली जनवरी से कार्यालय कर्मियों की हड़ताल के कारण आज कामकाज के पहले दिन क्षेत्र के करीब 30 गांवों के लोग नायब तहसीलदार के कमरे में जाकर मिले कि रजिस्ट्रियां करो। इस दौरान नायब साहब तीन बजे के करीब अपने कार्यालय में बैठे थे तो आनाकानी करने लगे परंतु लोग भडक़ उठे तो करीब पौने पांच बजे कार्यालय में बैठकर रजिस्ट्रियां करने लगे।
इस दौरान लोगों ने तहसीलदार से रजिस्ट्रियां न करने का कारण पूछा गया तो उनके एक क्लर्क ने समझाने की कोशिश की, लेकिन नायब साहब ने हमें कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। आखिरकार लोगों के दबाव को देखते हुए नायब तहसीलदार ने शाम करीब 7:00 बजे तक खबर लिखे जाने तक सभी उपस्थित लोगों की रजिस्ट्रियां कीं, जो बलाचौर ही नहीं बल्कि शायद पंजाब के इतिहास में यह पहली बार भगवंत मान सरकार के समय लोगों का काम लोगों के कहने पर बिना दफ्तरी समय नायब तहसीलदार ने किए। जिससे सरकार को लाखों रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ और साथ लोगों के काम भी हुए।
रात को लोगों की सेवा करना हमारा कर्तव्य : नायब तहसीलदार
जब इस बारे में नायब तहसीलदार अमनप्रीत सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के आपदा मित्र स्कीम के तहत एक ट्रेनिंग कैंप बलाचौर के एक कालेज में लगा हुआ था। जिसकी जिम्मेदारी विभाग द्वारा उनकी लगाई हुई थी। वह इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए वह करीब तीन बजे तक वहां रुके और फिर 3.30 बजे ऑफिस आए और अपने कमरे में बैठकर रजिस्ट्रियां चेक कीं और दस्तावेजों की जांच की क्योंकि यह क्लेरिकल बहुत जिम्मेदारी वाला होता है। उसको निपटााया, फिर 4.45 बजे जितने भी उपस्थित थे, उन सभी के काम किए। उन्होंने बताया कि वह साढे सात बजे तक काम करते रहे। यह हमारा काम करना फर्ज है तथा हमें माननीय मुख्यमंत्री साहब का आशीर्वाद है, हम रात को भी काम करते हैं। यदि कोई कमी रह जाती है तो वह उसे दूर करेंगे। नायब ने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोग अपने घर चले गए हैं और हमारे स्टाफ का प्रिंटिंग आदि का काम देर शाम करीब 9 बजे बंद हो जाएगा।