Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Aug, 2017 08:27 AM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मैक्सिको-अमरीका सीमा पर अवैध ह्यूमन ट्रैफिकिंग (मानव तस्करी) को रोकने के लिए सख्त उपाय करने की घोषणा के बावजूद पंजाब में सक्रिय कबूतरबाजों पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है।
कपूरथला (भूषण): अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मैक्सिको-अमरीका सीमा पर अवैध ह्यूमन ट्रैफिकिंग (मानव तस्करी) को रोकने के लिए सख्त उपाय करने की घोषणा के बावजूद पंजाब में सक्रिय कबूतरबाजों पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है।
दुनिया के खतरनाक रास्तों में शुमार होने वाले इस बॉर्डर के रास्ते युवकों को अमरीका भेजने का झांसा देकर 30 से 35 लाख रुपए लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं कपूरथला जिले सहित दोआबा क्षेत्र के विभिन्न जिलों से संबंधित सैंकड़ों युवक अमरीका जाने के लिए ग्वाटेमाला तथा मैक्सिको में बॉर्डर पार करने के इंतजार में बैठे हैं हालाकि अमरीका जाने के चक्कर में कपूरथला जिले सहित दोआबा से संबंधित कई युवकों की समुद्र में डूबने व अन्य कारणों से मौतें भी हो चुकी हैं।
मैक्सिको है कबूतरबाजों के लिए स्वर्ग समान
मैक्सिको से अमरीका में हर वर्ष हजारों लोगों की अवैध एंट्री को देखते हुए इस वर्ष अमरीका में सत्ता संभालने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड टं्रप ने मैक्सिको सीमा पर विशाल दीवार बनाने की घोषणा करते हुए सख्ती करने का ऐलान किया था ताकि मैक्सिको के रास्ते अमरीका में घुसने वाले अवैध लोगों को पकड़ा जा सके लेकिन अमरीका-मैक्सिको सीमा के हजारों किलोमीटर लंबा होने के कारण फिलहाल यह काम सिरे नहीं चढ़ पाया है जिसके कारण आज भी मैक्सिको कबूतरबाजों के लिए स्वर्ग समान है।
युवाओं में खतरनाक रास्ते से अमरीका जाने का क्रेज नहीं हो रहा कम
कबूतरबाज अवैध तौर पर युवकों को अमरीका भेजने के लिए सबसे पहले दक्षिण अमरीकी देश ग्वाटेमाला भेजते हैं जहां से उन्हें खतरनाक रास्तों की मदद से पनामा से होकर मैक्सिको में भेजा जाता है जिस दौरान कई युवक गहरे समुद्र में डूब कर मौत का शिकार हो चुके हैं। वहीं कुछ दिन पहले कपूरथला व होशियारपुर जिले से संबंधित कुछ युवकों के पनामा नहर में डूबने का मामला देश भर में सुॢखयो में रहा था। इसके बावजूद भी युवाओं में इस खतरनाक रास्ते से अमरीका जाने का क्रेज कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
कम पढ़े-लिखे व आईलैट्स पास न करने वाले युवक करते हैं इन रास्तों का इस्तेमाल
कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड तथा इंगलैंड जैसे विकसीत देशो में पंजाब से संबंधित हजारों युवकों के स्टडी वीजा पर चले जाने के कारण जहां कबूतरबाजों की गतिविधियों में काफी हद तक कमी आई है, वहीं अमरीका जाने के लिए इन खतरनाक रास्तों का इस्तेमाल वही युवक करते हैं जो या तो कम पढ़े-लिखे होते हैं या फिर आईलैट्स पास नहीं कर पाते जिसके कारण वे अपनी जान की बाजी लगाने से भी नहीं डरते।
पुलिस ने दर्ज किए कई केस पर नहीं थम रहे मामले
मैक्सिको से अमरीका जाने के चक्कर में अपना भविष्य तबाह कर चुके कई युवकों की शिकायत पर पंजाब के विभिन्न पुलिस थानों द्वारा बड़ी संख्या में केस दर्ज करने के बावजूद भी इस धंधे में लाखों की आमदनी होने के कारण कबूतरबाजों का लालच कम नहीं हो रहा है। हालांकि कई युवकों के मौत के मामलों को देखते हुए पुलिस बड़ी संख्या में कबूतरबाजों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है लेकिन जागरूकता के बावजूद भी इन कबूतरबाजों की गतिविधियां चरम पर हैं और इस तरह के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।